पीएचसी लेवल तक उपलब्ध करवाए एंटी रेबिज इंजेक्शन

- अस्पताल में मिली खामियों को लेकर अधिकारियों को लगाई फटकार - स्वास्थ्य विभ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Feb 2020 10:47 PM (IST) Updated:Thu, 06 Feb 2020 06:20 AM (IST)
पीएचसी लेवल तक उपलब्ध करवाए एंटी रेबिज इंजेक्शन
पीएचसी लेवल तक उपलब्ध करवाए एंटी रेबिज इंजेक्शन

फोटो : 5

- अस्पताल में मिली खामियों को लेकर अधिकारियों को लगाई फटकार

- स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. डीएन बागड़ी ने किया झज्जर का दौरान, स्वास्थ्य सुविधाओं का लिया जायजा

- कहा : लोगों को मिले बेहतर सुविधा, इसके लिए सभी चिकित्सक करें प्रयास जागरण संवाददाता, झज्जर :

जिला अस्पताल में निरीक्षण के लिए पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. डीएन बागड़ी ने कहा कि प्रत्येक पीएचसी लेवल पर एंटी रेबिज के इंजेक्शन उपलब्ध करवाएं जाएं। ताकि किसी भी मरीज को बिना उपचार के वापस नहीं लौटना पड़े। साथ ही पिछले दिनों एंटी रेबिज इंजेक्शन की कमी के विषय पर कहा कि स्वास्थ्य विभाग बाहर से इंजेक्शन खरीदने की बजाय लोकल ही खरीददारी करें। ताकि जैसे ही स्टॉक कम हो तो तुरंत प्रभाव से सामान को खरीदा जा सके। जिससे मरीजों को समय पर उपचार मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि तुरंत प्रभाव से एंटी रेबिज वैक्सीन पीएचसी लेवल तक पहुंचने की व्यवस्था हो। अगर इसमें कोई दिक्कत आती है तो वे स्वयं पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हैं। सुविधाओं में खामियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी फटकार लगाई। बॉक्स : बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. डीएन बागड़ी बुधवार को जिले में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने जिला अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही विभिन्न सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। पिछले दिनों एंबुलेंस में ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) उपलब्ध न होने के मामले में संज्ञान लेते हुए कहा कि उक्त ईएमटी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। हालांकि अधिकारियों ने ईएमटी को पहले ही नोटिस देने की बात कही। इस दौरान डायलिसिस सेंटर अधिकारियों से पूछताछ की तो बताया कि अधिकतर मरीज प्राइवेट अस्पतालों से आते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल के चिकित्सक भी मरीजों को डायलिसिस के लिए बाहर न भेजें। लोग सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पाने के लिए आते हैं, उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध हों, इसके लिए सभी प्रयास करें। बॉक्स : निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में कंडम खड़ी एंबुलेंस को भी हटाने के लिए कहा। ताकि यह जगह प्रयोग में लाई जा सके और अस्पताल भी सुंदर दिखें। रात को आपातकालीन विभाग में बिजली नहीं होने के कारण टार्च की रोशनी में काम करने को लेकर भी विभाग को चेताते हुए व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने कहा कि जनरेटर खराब होने के कारण दिक्कत आई थी, लेकिन अब इसे ठीक कर दिया है। साथ ही कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी के प्रति गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए और कार्य में कोताही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर दौरे के मद्देनजर काफी हद तक तैयारियां भी की गई थी। इस दौरान सीएमओ डा. बिमला राठी, डिप्टी सीएमओ डा. रणवीर सिंह, डिप्टी सीएमओ डा. नीरू, एसएमओ संजय सचदेवा, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. सुरेंद्र दहिया आदि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।

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