टीकरी बॉर्डरः गर्मी बढ़ी तो किसान बांस-बल्ली व टाटी से तैयार करने लगे तंबू

ट्रैक्टर-ट्राली में अब गर्मी सताने लगी है। साथ ही ट्रैक्टर-ट्राली से अब फसल कटाई का काम किया जाएगा। ऐसे में किसान अपने ट्रैक्टर-ट्राली पंजाब में भेज रहे हैं। 20 फीट लंबे और इतने ही चौड़े तंबू बांस की टाटी व बल्लियों से किसान तंबू तैयार कर रहे हैं।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 09:16 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 09:16 AM (IST)
टीकरी बॉर्डरः गर्मी बढ़ी तो किसान बांस-बल्ली व टाटी से तैयार करने लगे तंबू
आंदोलन में हर रोज बांस बल्ली के 10 से 12 तंबू बनाए जा रहे हैं.

बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन की सूरत अब गर्मी के हिसाब से बदलने लगी है। किसानों की ओर से बांस की बल्लियों व टाटी से तंबू तैयार किए जा रहे हैं। एक तंबू पर 25 से 30 हजार रुपये का खर्च आ रहा है। देवीलाल पार्क के पास बांस-बंबू की दुकानों से यह सामान खरीदा जा रहा है। आंदोलन में हर रोज बांस-बल्ली से 10 से 12 तंबू बनाए जा रहे हैं। ऐसे में बांस के बंबू बेचने वालों के पास सामान्य दिनों के मुकाबले फिलहाल ज्यादा ग्राहक हैं। गर्मी का मौसम ट्रैक्टर-ट्रालियाें और सड़क पर गद्दे बिछाकर बिताना मुश्किल होगा। इसी कारण गर्मी से बचने के लिए छांव तैयार की जा रही है।

ट्रैक्टर भेजे जा रहे पंजाब, इसलिए तैयार कर रहे तंबू
पंजाब के फिरोजपुर जिले के गांव फिरोजशा के अमन ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्राली में अब गर्मी सताने लगी है। साथ ही ट्रैक्टर-ट्राली से अब फसल कटाई का काम किया जाएगा। ऐसे में उनकी ओर से अपने ट्रैक्टर-ट्राली पंजाब में भेजने शुरू कर दिए हैं। इधर आंदोलन को जारी रखने और गर्मी से बचने के लिए ही ट्रैक्टर-ट्रालियों की बजाय सड़क के डिवाइडर और साथ में तंबू लगाने शुरू किए गए हैं। 20 फीट लंबे और इतने ही चौड़े तंबू बांस की टाटी व बल्लियों से तैयार हो रहे हैं।
25 हजार रुपये तक आ रहा खर्च
अमन ने बताया कि इस पर लगभग 25 हजार रुपये तक का खर्च आ रहा है। इस तंबू में गर्मी कम लगेगी। ऐसे में वे यहां पर रहकर आंदोलन को आगे बढ़ा सकेंगे। वहीं जींद के किसान मोनू ने बताया कि फसल के सीजन में ट्रैक्टर-ट्रालियों की जरूरत पड़ेगी। इसलिए तंबुओं में किसान डटे रहेंगे। 
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