एक फरवरी से स्कूल, कालेज की बंद सभी स्पेशल बसें चलेंगी

रोडवेज विभाग ने हांसी डिपो व अतिरिक्त जगह पर लगे चालकों को बुलाया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 Jan 2022 07:19 PM (IST) Updated:Sat, 29 Jan 2022 07:19 PM (IST)
एक फरवरी से स्कूल, कालेज की बंद सभी स्पेशल बसें चलेंगी
एक फरवरी से स्कूल, कालेज की बंद सभी स्पेशल बसें चलेंगी

- रोडवेज विभाग ने हांसी डिपो व अतिरिक्त जगह पर लगे चालकों को बुलाया

- 50 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं को मिलेगा फायदा

जागरण संवाददाता, हिसार : जिले में एक फरवरी से स्कूल, कालेज खुलने की सूचना के बाद रोडवेज विभाग ने भी स्पेशल बसों को चलाने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। एक फरवरी से स्कूल, कालेज की बंद रोडवेज सभी स्पेशल बसें चलाएगा। इसका 50 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं को फायदा मिलेगा। इसके लिए रोडवेज विभाग ने हांसी डिपो से भी चालक बुलाए है और अन्य जगहों पर लगे अतिरिक्त चालक को भी बुलाया है। इनकी ड्यूटी स्पेशल बसों पर लगाई जाएगी। हांसी डिपो से भी स्पेशल बसें चलने वाली है। इसके बावजूद वहां से चालक बुलाए हैं।

हिसार डिपो से ग्रामीण के करीब 15 रूट ऐसे है, जिन पर स्कूल, कालेज छात्राओं के लिए स्पेशल बसें चलती थी। करीब 25 स्पेशल बसें है, जो बंद पड़ी है। यह बसें पिछले एक माह से बंद थी। अब स्कूल, कालेज खुलने से छात्राओं को आवागमन में परेशानी होगी। ऐसे में सभी छात्र बाकी बसों में सफर करते है, जिससे उन बसों में भीड़ हो जाती है। इससे सवारियों को बस में जगह तक नहीं मिलती। इसलिए यह स्पेशल बसें शुरू की है, जो सुबह व शाम को स्कूल, कालेज खुलने या बंद होने के समय अनुसार चलती है।

इन रूटों पर चलेगी

हिसार डिपो से ग्रामीण के यह ऐसे रूट है, जिन पर स्पेशल बसें चलेंगी। जैसे कि हरिता, जुगलान, बालसमंद-बुड़ाक, चौधरीवाली, ठसका, तेलनवाली, घुड़साल, भूना, पाबड़ा, तोशाम, लाडवी, मंगाली, स्याड़वा, राजली, घिराय, गोरछी, डोभी, नंगथला आदि। इन्हीं रूटों पर छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक होती है।

हिसार डिपो से स्वास्थ्य विभाग को भी एंबुलेंस के लिए 37 चालक दिए हुए है और अभी दो चालक जिला प्रशासन को देने है। कोरोना के चलते दो माह के लिए एंबुलेंस पर चालक भेजे है। अब रोडवेज अन्य जगह पर लगे चालकों को रूटों पर लगाएगा।

इस साल पास कम बने

छात्र-छात्राओं ने कोरोना के डर से पहले ही पास कम बनवाएं। इस साल 20 हजार 229 बस पास बने है। इससे पहले सालाना 40 से 50 हजार बस पास बनते थे, जबकि कोचिग सेंटर में आने वाले छात्र अलग होते है। रोडवेज को भी नुकसान हुआ है।

वर्जन

स्कूल, कालेज की बंद स्पेशल बसें एक फरवरी से चलाई जाएगी। चालकों को बुलाया गया है। सभी ग्रामीण रूटों की सूची बनाई जाएगी। इसके बाद रूट निर्धारित होंगे।

अनिल कुमार चोपड़ा, कार्यकारी टीएम, हिसार डिपो।

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