19 जनवरी को भिवानी पहुंचेंगे राकेश टिकैत, निकाला जाएगा 45 किमी लंबा किसान ट्रैक्टर मार्च

कृषि कानूनों के विरोध में 19 जनवरी को दिल्ली तक 45 किलोमीटर लंबा ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। यह बहल क्षेत्र के गांव ओबरा से चलेगा और भिवानी के लघु सचिवालय तक पहुंचेगा। इसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचेंगे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 04:35 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 04:35 PM (IST)
19 जनवरी को भिवानी पहुंचेंगे राकेश टिकैत, निकाला जाएगा 45 किमी लंबा किसान ट्रैक्टर मार्च
भिवानी में प्रेसवार्ता कर किसानों ने जानकारी दी कि हम ट्रायल बेस पर प्रदर्शन करेंगे

भिवानी, जेएनएन। किसान आंदोलन में भिवानी जिले का अहम रोल है। इस लिए 19 जनवरी को दिल्ली तक 45 किलोमीटर लंबा ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। यह बहल क्षेत्र के गांव ओबरा से चलेगा और भिवानी के लघु सचिवालय तक पहुंचेगा। इसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचेंगे। उनके साथ राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता भी आएंगे। साथ ही 26 जनवरी को बिजली मंत्री काे राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने दिया जाएगा। यह ऐलान भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष एवं संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के सदस्य रवि आजाद ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहीं। उनके साथ बड़सी किसान संघर्ष समिति के संरक्षक जाेगीराम ओला थे।

रवि आजाद ने कहा कि किसानों का आंदोलन तेज किया जा रहा है। 18 को सभी धरनों पर महिलाओं का सम्मान किया जाएगा। उस दिन महिलाओं की अगुवाई में धरना चलेगा। 19 को जिला स्तर पर भिवानी में एक ट्रैक्टर मार्च होगा। ओबरा से चलकर यह लघु सचिवालय पहुंचेगा जो करीब 45 किलोमीटर लंबा होगा। यह दिल्ली कूच से पहले हा एक ट्रायल है। 26 को दिल्ली में सरकारी परेड के साथ ट्रैक्टर भी चलेगा और किसान तिरंगे को सलामी देगा। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर मार्च को लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेता पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि जिले में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में बिजली मंत्री को झंडा नहीं फहराने दिया जाएगा। चाहे उनको जिले की सीमाएं रोकनी पड़े। भाजपा और जजपा के नेताओं का विरोध किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बोलते हुए कहा कि कोर्ट में किसान नहीं गया। वह कमेटी के समक्ष नहीं जाएंगे। जो कमेटी बनाई है वह पहले से ही कृषि कानून के पक्ष के लोग है। उनका मांग बिल वापस करवाने की है और वह उसे करवाकर ही घर आएंगे। उन्होंने बताया कि टिकरी बार्डर पर 100 से ज्यादा लंगर चल रहे है। 100 से ज्यादा मोर्चाे पर किसान डटा हुआ है। किसान इस आंदोलन से पीछे हटने वाला नहीं है।

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