वूमन फिल्म फेस्टीवल उड़ान के दूसरे दिन 210 महिलाओं ने देखी फिल्म मिशन मंगल

जागरण संवाददाता हिसार वूमन फिल्म फेस्टीवल उड़ान के दूसरे दिन आज जिला की 210 महिलाओं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Feb 2020 02:21 AM (IST) Updated:Wed, 26 Feb 2020 06:18 AM (IST)
वूमन फिल्म फेस्टीवल उड़ान के दूसरे दिन 210 महिलाओं ने देखी फिल्म मिशन मंगल
वूमन फिल्म फेस्टीवल उड़ान के दूसरे दिन 210 महिलाओं ने देखी फिल्म मिशन मंगल

जागरण संवाददाता, हिसार: वूमन फिल्म फेस्टीवल उड़ान के दूसरे दिन आज जिला की 210 महिलाओं ने सनसिटी मल्टीप्लेक्स में फिल्म मिशन मंगल देखी। फिल्म देखकर महिलाएं काफी उत्साहित नजर आईं। फिल्म फेस्टीवल का समापन 28 फरवरी को होगा। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त विवेक पदम सिंह बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और महिलाओं का हौसला बढ़ाएंगे। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव ने बताया कि महिलाओं को घर की चाहरदीवारी से बाहर की दुनिया से रूबरू करवाने, उनका आत्मविश्वास बढ़ाने और उनमें कुछ नया कर गुजरने का जज्बा पैदा करने के लिए उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी की पहल पर वूमन फिल्म फेस्टीवल उड़ान का आयोजन किया जा रहा है। फिल्म फेस्टीवल का उद्घाटन उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने किया था और उन्होंने स्वयं महिलाओं के साथ बैठकर फिल्म पंगा भी देखी थी। उन्होंने बताया कि फिल्म फेस्टीवल के तहत जिला की उन महिलाओं को महिला विषयों पर आधारित फिल्में दिखाई जा रही हैं, जिनकी दो या दो से अधिक बेटियां हैं। इसके अंतर्गत प्रतिदिन 210 महिलाओं को फिल्में दिखाई जाएंगी।

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आगे यह फिल्में दिखाई जाएंगी

26 फरवरी- मर्दानी

27 फरवरी- नीरजा

28 फरवरी- दंगल

---------------- फेस्टीवल

गांव की पगडंडियों से शहर के सिनेमाघर तक पहुंचना ग्रामीण महिलाओं के लिए किसी सपने से कम नहीं है। हम ऐसे प्रयासों की सराहना करते हैं।-रोमिका, मंगाली। हम प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हैं। गांव में लगे जमघटों से जितनी जानकारी नहीं मिली, उतना तो हमने यहां आकर जान लिया। ग्रामीण महिलाओं की भी प्रशासन ने सुनी, यह अच्छा प्रयास है।-सुमित्रा, मंगाली। फिल्म और फिल्म के पीछे का उद्देश्य हमें समझ आ गया है। दरअसल यह पहला वह माध्यम है, जिसने हमें बताया कि महिलाएं भी कुछ कर सकती हैं। इतनी महिलाएं फिल्म देखने आई हैं। यह यहां से बहुत बड़ी सीख लेकर जाएंगी।-सबीना, हिसार। गांव से निकलकर फिल्म देखने की बात आप किसी भी ग्रामीण महिला से करोगे तो वह यही कहेगी कि हमें कौन दिखाएगा फिल्म। हमें कहां कामकाज से फुरसत है। मगर यहां तो फिल्म के साथ सीख भी दी जाती है, जीवन में कुछ करने की आगे बढ़ने की।- पूनम, बालावास। मिशन मंगल फिल्म को अपने बॉस के होने के बावजूद एक महिला अपने घरेलू उपाय से मंगल तक यान पहुंचाने का आइडिया देती है। यह हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। ऐसी मुहिम में हम आगे भी प्रशासन के साथ हैं।-आरती, मिर्जापुर। ग्रामीण महिलाओं के बारे में किसी अधिकारी ने पहली बार सोचा है। फिल्म के जरिये ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना एक अच्छा प्रयास है। हम इस मुहिम के साथ हैं।- सुमन, मिर्जापुर

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