Haryana Weather News: हिसार में रात्रि तापमान सामान्य से पांच डिग्री लुढ़का, बच्चों का रखें विशेष ख्‍याल

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि हरियाणा में मौसम आमतौर पर 17 नवम्बर तक खुश्क रहने की संभावना है। तापमान और गिरेगा। ऐसे में बच्‍चों व बूढ़ों का विशेष ध्‍यान रखने की जरुरत है

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 11:58 AM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 11:58 AM (IST)
Haryana Weather News: हिसार में रात्रि तापमान सामान्य से पांच डिग्री लुढ़का, बच्चों का रखें विशेष ख्‍याल
हरियाणा में ठंड बढ़ने का सिलसिला जारी है

जागरण संवाददाता, हिसार। रात्रि तापमान दिनों दिन कम होता जा रहा है। हाल ही में हवाओं के चलने से दिन और रात्रि के तापमान में कुछ वृद्धि हुई थी मगर फिर स्थिति जस की तस दिखाई दे रही है। हिसार में रात्रि तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम होकर 8.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। जिसके कारण देर रात्रि के समय ठंड बढ़ती जा रही है। वहीं सुबह के समय धूप निकलने से हल्की गर्मी का मौसम में अभी भी अहसास हो रहा है। हिसार में दिन का तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य के बराबर है।

आगे 17 नवंबर तक मौसम में बदलाव की संभावना

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि हरियाणा में मौसम आमतौर पर 17 नवम्बर तक खुश्क रहने की संभावना है। इस दौरान राज्य में उत्तर पश्चिमी व पश्चिमी हवा हल्की से मध्यम गति चलने से रात्रि तापमान में हल्की गिरावट तथा अलसुबह व देर रात्रि हल्की धुंध भी संभावित है। इसके साथ ही आने वाले पांच दिनों में बादलवाई छाई रहने की संभावना है।

सर्दी के मौसम में बच्चों का करें बचाव

सर्दी के मौसम में छोटे बच्चों को काफी परेशानी होती है। जिसके कारण सांस लेने में भी काफी दिक्कत आती है तो उनको केला, दही और चावल नहीं खिलाने चाहिएं। हमें सर्दी में गर्म कपड़ों में लपेटकर रखना चाहिए और उनको टोपी व जुराब अवश्य पहनाएं। वहीं बाहर की ठंडी हवा में लेकर न जाएं। तीन से दस वर्ष के बच्चों को खेलने के लिए बाहर कम जानें देना चाहिए। उन्हें ठंडे खाद्य पदार्थो से भी परहेज करवाना चाहिए।

सर्दी के मौसम में बच्चों को पालक, मेथी, बथवा व अन्य हरी सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करवाएं। साथ में गुड़ व चने का उनके भोजन में अवश्य प्रयोग करें। वहीं मौसमी फलों को भी ज्यादा से ज्यादा खिलाएं। सेब व अमरूद उनकी रोजआना की डाईट में शामिल करें। अगर बच्चों को ठंड के कारण कोई बिमारी हो जाती है तो उनको तुरंत ही नजदीक के अस्पताल में ले जाकर उनका उपचार करवाएं।

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