Guru Nanak Jayanti 550th Gurpurab 2019 : सजे गुरुद्वारे, सिखों ने दिखाए हैरतंगेज करतब

Guru Nanak Jayanti 550th Gurpurab 2019 नगर कीर्तन जिस मार्ग पर पहुंचा वहां श्रद्धालु पूरी श्रद्धा से अपने सिर को झुकाकर नतमस्तक हुए। कारनामे देख लोगों ने दांतो तले अंगुली दबा ली।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Nov 2019 05:11 PM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 10:06 AM (IST)
Guru Nanak Jayanti 550th Gurpurab 2019 : सजे गुरुद्वारे, सिखों ने दिखाए हैरतंगेज करतब
Guru Nanak Jayanti 550th Gurpurab 2019 : सजे गुरुद्वारे, सिखों ने दिखाए हैरतंगेज करतब

हिसार, जेएनएन। सिख धर्म असहायों की मदद करने और कुर्बानी देने को लेकर सदैव चर्चा में रहा है। सिखों के गुरु गोविंद सिंह इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। मगर तब ही नहीं अभी भी सिखों में वहीं जोश और जज्‍बा बरकरार है। हिसार में सिखों के नगर कीर्तन में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जब कांटों की लोहे की तारों पर एक सिख लेट गया और उनके सीने पर बर्फ की सिल्‍ली रखकर बाकी हथोड़े से तोड़ने लगे।

इतना ही एक सिख रस्‍सी से मोटरसाइकिल को रोकता नजर आया तो वहीं बाकी लोग उनके उपर ट्यूब लाइट से हमला कर रहे थे। मगर इस सब के बावजूद किसी को खरोंच तक न आई। सिखों की ओर से किए गए शक्तिबल प्रदर्शन को देख सबसे जेहन में फिर वही बात आई कि चिडि़या नालों बाज लड़ाऊं, तां गुरु गोविंद सिंह नाम धराऊं.........। मौका था हिसार समेत देशभर के कई राज्‍यों में गुरुनानक देव के 550वें जन्‍मदिन के उपलक्ष्‍य में मनाए जा रहे कार्यक्रम का।

जहां कीर्तन के दौरान पूरे नगर में जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जय कारो की गूंज रही। श्रद्धालु नगर कीर्तन का बड़ी बेसब्री से इंतजार करते रहे। पालकी साहिब के आगे-आगे श्रद्धालु बीबियां झाडू़ से सफाई करती चल रही थी। संगतों द्वारा नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारा साहिब व गुरु नानक निवास को फूलों व लडिय़ों से सजाया गया। नगर कीर्तन से पूर्व गुरुघर से जुड़ी साध-संगतों की उपस्थिति में गुरुद्वारा में अखंड पाठ साहिब प्रारंभ किया गया। मुख्य ग्रंथी ने सरबत की भलाई की अरदास की।

इसके अलावा भाई घनेहा सेवा दल के सदस्यों ने कृपाण से सलामी दी। प्रथम पातशाही गुरु नानक देव महाराज के प्रकाश गुरु पर्व को यादगार बनाते हुए साध संगतों व श्रद्धालुओं द्वारा नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। इसके लिए श्री दरबार साहिब अमृतसर से पहुंची पालकी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को विराजमान किया गया और पांच प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन को रवाना किया गया। नगर कीर्तन के साथ-साथ चल रही पंजाब से पहुंची फौजी बैंड टीम व गतका टीम ने हैरत अंगेज करतबों से शहरवासियों को आश्चर्यचकित कर दिया, वहीं गतका टीम ने अपनी कला के जौहर दिखाए।

नगर कीर्तन जिस मार्ग पर पहुंचा वहां श्रद्धालु पूरी श्रद्धा से अपने सिर को झुकाकर नतमस्तक हुए वहीं श्रद्धालुओं व श्री गुरु गोङ्क्षबद सेवा समिति के सदस्यों द्वारा नगर कीर्तन का जगह-जगह फूलों से व रंग-बिरंगी फूल पत्तियों से भव्य स्वागत किया गया। इसके अलावा जगह-जगह संगतों द्वारा दूध, खीर, फल व अन्य खाद्य सामग्री के स्टॉल लगाकर प्रसाद वितरित किया। साध संगतों द्वारा नगर कीर्तन वापिस गुरुद्वारा पहुंचने पर बधाई के शब्द गाए और सरबत की भलाई के लिए अरदास की गई व प्रसाद वितरण किया गया। वहीं आज गुरुनानक देव जी का जन्‍म दिन है ऐसे में गुरु पूर्णिमा के रूप में आज भव्‍य तरीके से कार्यक्रम किया जा रहा है। शहर की सड़कें तक सजी हुई हैं तो गुरुद्वारों में भव्‍य तरीके की तैयारियां की गई हैं।

chat bot
आपका साथी