माउंट एवरेस्ट पर फतह करने वाली शिवांगी पाठक को ट्रस्ट ने योगेश्वर दत्त के हाथों दिया पांच लाख का चेक

दक्षिण अफ्रीका में व‌र्ल्ड रिकॉर्ड का हिस्सा बनने के लिए पैसों का अभाव झेल रही शिवांगी को जब सरकार और प्रशासन के स्तर पर कोई मदद नहीं मिली तो कस्तूरी मेमोरियल ट्रस्ट और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आगे आए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Jul 2018 01:15 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jul 2018 01:15 PM (IST)
माउंट एवरेस्ट पर फतह करने वाली शिवांगी पाठक को ट्रस्ट ने योगेश्वर दत्त के हाथों दिया पांच लाख का चेक
माउंट एवरेस्ट पर फतह करने वाली शिवांगी पाठक को ट्रस्ट ने योगेश्वर दत्त के हाथों दिया पांच लाख का चेक

जेएनएन, हिसार : प्रदेश सरकार और प्रशासन की उपेक्षा का शिकार हुई माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली दुनिया की सबसे युवा 16 वर्षीय शिवांगी पाठक के कदम अब पैसे के अभाव में नहीं रुकेंगे। दक्षिण अफ्रीका में व‌र्ल्ड रिकॉर्ड का हिस्सा बनने के लिए पैसों का अभाव झेल रही शिवांगी को जब सरकार और प्रशासन के स्तर पर कोई मदद नहीं मिली तो कस्तूरी मेमोरियल ट्रस्ट और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आगे आए हैं। ट्रस्ट व परिषद की ओर से शिवांगी पाठक को उसके अगले प्रोजेक्ट के लिए पांच लाख रुपये की मदद दी गई। केएमटी के महासचिव कृष्ण पांचाल ने बताया कि पर्वतारोही शिवांगी पाठक के सम्मान में कस्तूरी मेमोरियल ट्रस्ट और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा रविवार को गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के चौ.रणबीर ¨सह सभागार में समारोह आयोजित किया गया। इसमें ओलंपियन योगेश्वर दत्त, एबीवीपी के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री श्रीनिवास, गुजवि के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, एबीवीपी के प्रांतीय अध्यक्ष, प्राध्यापक राजेंद्र धीमान, अभाविप के प्रदेश संगठन मंत्री श्याम ¨सह राजावत, प्रांत मंत्री सुनील भारद्वाज ने शिवांगी को सम्मानित किया।

दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी की चढ़ाई करेगी शिवांगी पाठक

शिवांगी पाठक 20 जुलाई को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होगी। वहां 22 जुलाई से दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमांजारो की चढ़ाई शुरू करेगी। 5700 मीटर ऊंची इस चोटी की चढ़ाई शिवांगी सात दिन में पूरी करेगी। शिवांगी के मुताबिक वह 18 साल की उम्र तक विश्व की सात ऊंची चोटियों का सफर पूरा करना चाहती है।

बेटियों को प्रोत्साहित करे सरकार

एबीवीपी के प्रांतीय मंत्री सुनील भारद्वाज का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था। मगर प्रदेश सरकार व प्रशासन इस नारे को महज कागजी साबित करने पर तुले हैं, जबकि केएमटी और एबीवीपी वास्तव में ही बेटियों को प्रोत्साहित करेंगे। ऐसी साहसिक बेटी के कदमों को रूकने नहीं दिया जाएगा। पैसों के अभाव में कोई बेटी देश का नाम रोशन न कर पाए, ऐसा किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के नुमाइंदों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही अनदेखी ¨चता का विषय है।

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