दमकल सर्वे में पर्दाफाश : सरकारी स्कूलों से लेकर अस्पताल तक आग से बचाव के नहीं बंदोबस्त

पवन सिरोवा हिसार नगर निगम के अंतर्गत दमकल विभाग की ओर से शहर में बिल्डिगों के किए ग

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 02:25 AM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 06:15 AM (IST)
दमकल सर्वे में पर्दाफाश : सरकारी स्कूलों से लेकर अस्पताल तक आग से बचाव के नहीं बंदोबस्त
दमकल सर्वे में पर्दाफाश : सरकारी स्कूलों से लेकर अस्पताल तक आग से बचाव के नहीं बंदोबस्त

पवन सिरोवा, हिसार : नगर निगम के अंतर्गत दमकल विभाग की ओर से शहर में बिल्डिगों के किए गए सर्वे में बड़ा खुलासा हुआ है। हिसार जिले में सर्वे के दौरान दमकल को चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिसमें स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, कोचिग सेंटर, हॉस्टल, सहित हाइराइज मल्टी स्टोरी बिल्डगों का सर्वे किया। जिसमें 1513 में से केवल 234 बिल्डिग संचालकों ने फॉयर एनओसी ली हुई है। यदि कागजों की रिकॉर्ड को ही सच माने तो पूरे जिले में केवल 234 बिल्डिगें ही सुरक्षित हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोग रहते है या उनकी आवाजाही रहती है। ऐसे में इन बिना नेशनल बिल्डिग कोड (एनबीसी) के मानकों की पालना के चलते खुले संस्थानों में कभी भी दिल्ली जैसे आगजनी के हादसे हो सकते है, क्योंकि इनमें पर्याप्त आगजनी से बचाव के संसाधन नहीं है।

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जिले के सरकारी कॉलेज व सरकारी स्कूल नहीं सुरक्षित

स्कूलों में शिक्षकों से विद्यार्थियों ने आपात स्थिति में बचाव और आग बूझाने वाले उपकरणों के बारे में ज्ञान तो जरुर लिया होगा। लेकिन आप यह जानकर हैरान होंगे कि वर्तमान में जिले के 15 कॉलेजों और सरकारी स्कूलों के पास फॉयर एनओसी तक नहीं है। यानि वर्तमान दमकल के रिकार्ड में सरकारी कॉलेज व स्कूलों में आगजनी से बचाव के कोई पुख्ता बंदोबस्त नहीं है। वहीं बात निजी स्कूलों की करे तो केवल 170 एनओसी जारी हुई है।

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सर्वे में ये सामने आया डाटा, मुख्यालय को भेजा

संस्थान, सरकारी संस्थानों की बिल्डिग का दमकल ने जुटाया डाटा, सर्वे में मिली बिल्डिग, फॉयर एनओसी जारी

विद्यालय, 1202 960 170

कॉलेज, 15 15 नहीं

अस्पताल, 378 302 50

होटल, 115 90 4

ऑडिटोरियम, 2 2 नहीं

कोचिग सेंटर, 148 118 नहीं

सिमेमा हाउस, 4 4 4

हॉस्टल 16 16 नहीं

हाइराइज बिल्डिग, 6 6 6

कुल बिल्डिग 1886 1513 234

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कई संस्थानों ने लगाए दमकल उपकरण पर रिकार्ड में नहीं

कई संस्थानों ने आगजनी के बचाव में अपने संस्थान में दमकल उपकरण तो लगाए हुए है लेकिन वे दमकल के रिकार्ड में नहीं है। ऐसे में उन्हें दमकल सुरक्षित नहीं मानता। जब तक दमकल से फॉयर एनओसी न ली जाए या उसे समय पर रिन्यू न करवाया जाए तो उन्हें बिना एनओसी के ही माना जाता है। ऐसे में सरकार के आदेश पर बड़े संस्थानों के सर्वे के आदेश हुए तो पहले तो दमकल की टीम ने सरकारी विभागों से डाटा जुटाया। जिसमें 1886 बिल्डिगों का डाटा सामने आया। फिर उसमें से 1513 बिल्डिगों का सर्वे किया गया। जिसकी रिपोर्ट में सामने आया कि केवल 234 के पास ही फॉयर एनओसी है।

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हिसार के बड़े चर्चित आगजनी के मामले

- नंबर 2018 सिल्वर स्क्वेयर मार्केट (नजदीक राजगुरु मार्केट) में आग लगी। इसमें व आसपास करीब 90 दुकानें थी। जिसमें लाखों का सामान जला।

- अप्रैल 2016 में कैंट के पास एक करीब तीन मंजिला भवन में आग लगने से क्षतिग्रस्त हो गया था। आग इतनी भयानक थी कि बिल्डिग ही काफी हद तक जल गया।

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देश में शिक्षण संस्थान में आगजनी के ये है चर्चित मामले

- दिसंबर 1995 में डबवाली डीएवी स्कूल कार्यक्रम में आगजनी से 445 की जान गई। जिसमें अधिकांश बच्चे ही थे।

- जुलाई 2007 में कुंभणम कृष्णा इंग्लिस मीडिम स्कूल में 94 की जान गई। जिसमें अधिकांश बच्चे ही थे।

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फायर एनओसी न लेने पर ये हो सकती है कार्रवाई

. हरियाणा अग्निशमन सेवा अधिनियम 2009 की धारा 25-31 के अंतर्गत कार्रवाई की पॉवर है।

. हरियाणा अग्निशमन सेवा अधिनियम 2009 की धारा 31 में दंड का प्रावधान है जिसमें 5 हजार रुपये जुर्माना या 3 माह तक का कारावास या दोनों सजा का प्रावधान है।

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प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष ये जिम्मेदार जो फायर एनओसी न लेने वालों पर कार्रवाई में बरत रहे सुस्ती

- जिला प्रशासन के आला अफसर जिनके अंतर्गत पूरा प्रशासन कार्यरत है।

- नगर निगम जिनकी जिम्मेदारी है अवैध भवनों की संख्या रोके व लोगों को जागरूक करें।

- दकमल विभाग जो आग पर काबू पाने के साथ ही फायर एनओसी देता है। कार्रवाई व निरीक्षण के नाम पर होती है खानापूर्ति।

- राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा जिसकी जिम्मेदारी जनता को जागरूक करने की है जागरूक करना तो दूर जन प्रतिनिधियों को उनके कार्यालय का ही नहीं पता। तो विभागीय अफसरों ने कैसी जागरुकता फैलाई है उसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

- डीटीपी कार्यालय, जो अवैध कालोनियों के निर्माण को रोकने की जिम्मेदारी है। जब अधिकांश एरिये में अवैध कालोनी बस जाती है तो कार्रवाई के नाम पर अफसर पहुंच जाते है फिर जो कार्रवाई होती है वह जग जाहिर है।

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वर्जन :

जिले की बहुत सी बिल्डिगों के पास फॉयर एनओसी नहीं है। इनका दमकल विभाग की ओर से डाटा जुटाया गया है। इन्हें नोटिस भेजेंगे। इस बारे में कमिश्नर से बातचीत हुई है। उनके दिशा निर्देशानुसार कार्य किया जाएगा।

- ताराचंद, इंचार्ज, दमकल विभाग हिसार।

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