अजब-गजब : फसलों पर शराब स्‍प्रे कर रहे किसान, बोले- सोशल मीडिया से सीखा है नुस्‍खा

शराब से कीट मर जाते हैं या नशे में झूमने लगते हैं और नुस्‍खा कितनी असरकारक है या नहीं है। ये कोई नहीं जानता मगर फसलों पर शराब छिड़कने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

By manoj kumarEdited By: Publish:Thu, 08 Aug 2019 04:19 PM (IST) Updated:Sat, 10 Aug 2019 01:10 PM (IST)
अजब-गजब : फसलों पर शराब स्‍प्रे कर रहे किसान, बोले- सोशल मीडिया से सीखा है नुस्‍खा
अजब-गजब : फसलों पर शराब स्‍प्रे कर रहे किसान, बोले- सोशल मीडिया से सीखा है नुस्‍खा

फतेहाबाद, जेएनएन। सोशल मीडिया या यू-ट्यूब से सीख हम कई तरह के काम करते हैं। मगर कौन क्‍या सीख जाए यह कह पाना मुश्किल है। ऐसा ही मामला हरियाणा में सामने आया है। जहां किसानों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्‍या देखा, एक अजब ही कारनामा कर डाला। अब किसान खेतों में फसलों पर अब कीटनाशकों की बजाय शराब का छिड़काव कर रहे हैं। बात सुनने में भले ही अजीब है। लेकिन है सौ फिसदी सच। शराब से कीट मर जाते हैं या नशे में झूमने लगते हैं और नुस्‍खा कितनी असरकारक है कोई नहीं जानता, मगर फसलों पर शराब छिड़कने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

बता दें कि इस समय नरमे की फसल में सफेद मक्खी व तेले का प्रकोप अधिक है। इस बीमारी से बचने के लिए किसान अलग-अलग टोटके अपना रहे हैं। अब किसानों ने नया टोटका ये अपनाया है कि पानी के अंदर शराब डालकर इसका छिड़काव नरमे की फसल में कर रहे हैं। किसान मान रहे है कि इसका फायदा है। लेकिन कृषि अधिकारी केवल किसानों को भ्रमित होना मान रहे है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह से कोई भी कीट नहीं मरता। फतेहाबाद जिले के गांव धांगड़, ढिंगसरा व किरढ़ान के कुछ किसान शराब को कीटनाशक के तौर पर प्रयोग कर रहे हैं। किसानों के अनुसार उन्हें इसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं।

500 लीटर पानी में डाल रहे तीन बोतल शराब

किसानों का कहना है कि केमिकलों के इस्तेमाल से किसान की जेब पर तो असर पड़ता ही है, साथ ही उत्पादन और वातावरण में जहरीले तत्व भी बढ़ते हैं। गांव ढिंगसरा का किसान हनुमान, सुरेश, महेश कुमार ने बताया कि कीटों से बचने के लिए नया ही तरीका ईजाद किया है। वे कीटनाशक की जगह देशी शराब का छिड़काव कर रहे हैं। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। उन्‍होंने बताया कि वो 500 लीटर पानी में तीन बोतल शराब डालते हैं। इसमें दवाई मोनो भी डालते हैं।

विशेषज्ञ बोले- किसान हो रहे भ्रमित

कृषि उपनिदेशक फतेहाबाद डा. बलवंत सहारण ने कहा कि देशी शराब का छिड़काव करने से कुछ नहीं होता। अगर होता तो कंपनी इनती महंगी दवाईयां क्यों बनाती। किसान भ्रमित होकर अपनी फसलें खराब कर लेंगे। इसलिए किसान वैज्ञानिकों की सलाह से ही कीटनाशक का छिड़काव करे।

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