हिसार नगर निगम में मेयर के पिता को भी थमाई प्रॉपर्टी टैक्स की फर्जी रसीद, बेखौफ भ्रष्‍टाचारी

नगर निगम में भ्रष्टाचार का बोलबाला पिता से धोखाधड़ी के बाद मेयर अब एफआइआर की तैयारी में। मामले में ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी चेतल ने अधीक्षक से लेकर पूरे स्टाफ से की पूछताछ

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 05 Feb 2020 02:00 PM (IST) Updated:Thu, 06 Feb 2020 11:40 AM (IST)
हिसार नगर निगम में मेयर के पिता को भी थमाई प्रॉपर्टी टैक्स की फर्जी रसीद, बेखौफ भ्रष्‍टाचारी
हिसार नगर निगम में मेयर के पिता को भी थमाई प्रॉपर्टी टैक्स की फर्जी रसीद, बेखौफ भ्रष्‍टाचारी

हिसार, जेएनएन। नगर निगम में भ्रष्टाचार का बोलबाला इस कद्र बढ़ चुका है कि भ्रष्टाचार करने वालों ने मेयर के पिता को भी नहीं बख्शा। ताजा मामला फर्जी रसीदों से जुड़ा हुआ है। जिसमें मेयर के पिता के एक परिचित अधिकारी की ओर से उन्हें हाउस टैक्स भरने के लिए रुपये दिए। मेयर के पिता ने मेयर स्टाफ को वह राशि दे दी।

उन्होंने इसकी मिली रसीद प्रॉपर्टी मालिक को सौंप दी गई, लेकिन अब जब वे नया बिल निकलवाने आए तो खुलासा हुआ कि वह रसीद भी फर्जी है। यह जानकारी मिलते ही निगम स्टाफ में हड़कंप मच गया। मामला ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी चेतल तक पहुंच गया है। अब उन्होंने मामले की जांच में नई रसीद के मालिक को भी शामिल किया है।

दैनिक जागरण ने नगर निगम में फर्जी रसीदों के मामले का खुलासा किया था। सूत्रों से मिली जानकारी पर बताया कि रसीद में किन प्वाइंटों पर गड़बड़ी कर फर्जी रसीद तैयार करने के कारनामे को अंजाम दिया गया। उन बिंदुओं से खुलासा करते हुए बताया कि निगम में जमा करवाए गए प्रॉपर्टी टैक्स के भुगतान पर दी गई रसीदें फर्जी हैं। इस मामले के तार मेयर गौतम सरदाना के स्टाफ से जुड़े हुए हैं। इस मामले को मेयर गौतम सरदाना ने भी गंभीरता से लिया है। उनके आदेश पर ज्वाइंट कमिश्नर मामले की जांच में जुटी हुई हैं। उधर मेयर इस मामले में बुधवार को पुलिस कार्रवाई के लिए लिखेंगे।

ये है मामला

मेयर गौतम सरदाना के पिता पेयजल से जुड़े कार्य करते हैं। ऐसे में जनस्वास्थ्य विभाग के एक परिचित अधिकारी ने उन्हें प्रॉपर्टी टैक्स भरने के लिए रुपये सौंपे। मेयर के पिता ने वह राशि मेयर स्टाफ को भरने के लिए दे दिए। फर्जी रसीदों का मामला सामने आया तो उस प्रॉपर्टी का भी गृहकर का नया बिल निकलवाया। जिसमें पूर्व में भरी राशि भी जुड़कर आई हुई है। जब वह रसीद देखी गई तो खुलासा हुआ कि वह रुपये भी जमा नहीं हुए। उसकी रसीद भी नकली है। हालांकि यह कितना सच है वह तो जांच में स्पष्ट होगा। फिलहाल एक के बाद एक ऐसे मामले आने से गृहकर मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।

दो लोगों पर अधिकारियों को शक

निगम अफसरों को दो लोगों पर शक है। जिसमें एक मेयर स्टाफ का कर्मचारी है। वहीं दूसरा नागरिक सेवा केंद्र में तैनात है। इन दोनों पर ही शक की सूई घूम रही है। गड़बड़ी किस कर्मचारी ने की है, यह तो खुलासा अभी नहीं हुआ है लेकिन तीनों ही मामले में एक बात कॉमन है। फर्जी रसीद मामले में तीनों ही रसीदें ऐसी हैं, जिनका टैक्स भुगतान के लिए प्रॉपर्टी मालिकों की ओर से मेयर स्टाफ को भुगतान के लिए रुपये दिए गए थे।

अधीक्षक से लेकर स्टाफ तक की जेसी ने लगाई क्लास, जांच जारी

फर्जी रसीद मामले में ज्वाइंट कमिश्नर (जेसी) शालिनी चेतल भी एक्शन मोड़ में नजर आ रही हैं। उन्होंने गृहकर शाखा के अधीक्षक से लेकर नागरिक सेवा केंद्र के स्टाफ तक को तलब किया हुआ था। मामले में जेसी स्वयं जांच कर रही हैं। उधर इस मामले में पूर्व में मिली दो फर्जी रसीदों के शिकायतकर्ताओं को भी बुलाया हुआ था, उनसे बातचीत की गई है।

-----रसीद में गड़बड़ी संबंधित एक नया मामला सामने आया है। इस बारे में जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही इस बारे में स्थिति स्पष्ट होगी। इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।

- शालिनी चेतल, ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम हिसार।

------मेरे पिता ने एक प्रॉपर्टी टैक्स भरने के लिए स्टाफ को पैसे दिए थे। वह रसीद भी फर्जी नजर आ रही है। मैं शहर से बाहर हूं। मुझे निगम अधिकारी से जानकारी मिली है। इस मामले में एफआइआर के लिए पुलिस को लिखा जाएगा। इस मामले में दो लोगों पर शक भी है हालांकि यह जांच का विषय है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

- गौतम सरदाना, मेयर, नगर निगम हिसार।

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