PGIMS रोहतक में होगा केंद्र सरकार द्वारा प्रस्‍तावित कोरोना वैक्सीन का ट्रायल

कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीन का देश के 13 मेडिकल संस्थानों में प्रशिक्षण किया जाएगा। इसमें पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक भी शामिल है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 11:24 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 11:24 AM (IST)
PGIMS रोहतक में होगा केंद्र सरकार द्वारा प्रस्‍तावित कोरोना वैक्सीन का ट्रायल
PGIMS रोहतक में होगा केंद्र सरकार द्वारा प्रस्‍तावित कोरोना वैक्सीन का ट्रायल

रोहतक, जेएनएन। कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीन का देश के 13 मेडिकल संस्थानों में प्रशिक्षण किया जाएगा। इसमें पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक भी शामिल है। विश्वविद्यालय के फार्माकोलॉजी विभाग वैक्सीन के प्रशिक्षण की तैयारियों में जुट गया है। प्रारंभ में 50 स्वस्थ स्वयंसेवकों पर प्रशिक्षण होगा, बाद में परिणाम के आधार पर संख्या बढ़ सकती है। फार्माकोलॉजी विभाग की प्रोफेसर डा. सविता वर्मा प्रिंसिपल इंवेष्टीगेटर तथा डा. ध्रुव चौधरी व कम्युनिटी विभाग से डा. रमेश वर्मा को को-इंवेष्टीगेटर बनाया गया है।

डा. सविता वर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय को ट्रायल का जिम्मा मिलना गर्व की बात है। संस्थान ने इस वैक्सीन के परीक्षण के लिए खुद को उपलब्ध कराया है ताकि टीका की सुरक्षा और प्रभावकारिता का मूल्यांकन किया जा सके। इस वैक्सीन की सुरक्षा हैदराबाद आधारित कंपनी, भारत बायोटेक की ओर से पशु अध्ययन में पहले ही साबित हो चुकी है। परीक्षण दो चरणों में आयोजित किए जाने की योजना है। पहले चरण में संस्थान 375स्वयंसेवक पर और दूसरे में 750 स्वयंसेवकों पर पर होगा।

संस्थागत नैतिक समिति से मिली मंजूरी : डा. रमेश

डा. रमेश ने बताया कि वैक्सीन का प्रतिरक्षण स्वस्थ स्वयंसेवकों में प्रयोग करने के लिए संस्थागत नैतिक समिति से नैतिक मंजूरी ली गई है। सीडीएससीओ से अनुमोदन, जो भारत में सभी अध्ययनों के लिए नैतिक मंजूरी के लिए सर्वोच्च निकाय है, इस अध्ययन के लिए भी लिया गया है। जल्द वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा।

वालंटियर किए जाएंगे तैयार : डा. ध्रुव चौधरी

डा. ध्रुव चौधरी ने बताया कि स्वस्थ स्वयंसेवकों को तैयार किया जाएगा। स्वयंसेवकों को जागरूक करने के साथ-साथ प्रेरित भी किया जाएगा। इसमें किसी प्रकार से डरने की जरूरत नहीं है। इच्छुक स्वयंसेवकों का पहले मेडिकल प्रशिक्षण होगा, इसके बाद ही वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा। कोई भी स्वस्थ व्यक्ति इसके लिए रजिस्ट्रेशन करा सकता है। रजिस्ट्रेशन के लिए पीजीआइएमएस की कोविड हेल्पलाइन 9416447071 पर फोन कर सकता है। उन्होंने बताया कि जिन स्वयंसेवकों को यह वैक्सीन दी जाएगी, उनमें इस कम या ज्यादा होने वाले दुष्प्रभावों पर लगातार नजर रखी जाएगी। इसकी रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएगी।

chat bot
आपका साथी