तीन डिग्री कॉलेजों के एमकॉम के सभी विद्यार्थी फेल, सिर्फ 10 विद्यार्थियों की कॉपी चेक कर दोबारा जारी करेंगे रिजल्ट

जागरण संवाददाता हिसार जीजेयू की ओर से जिले के तीन डिग्री कॉलेजों में एमकॉम के सभी विद्य

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Oct 2019 02:22 AM (IST) Updated:Wed, 23 Oct 2019 02:22 AM (IST)
तीन डिग्री कॉलेजों के एमकॉम के सभी विद्यार्थी फेल, सिर्फ 10 विद्यार्थियों की कॉपी चेक कर दोबारा जारी करेंगे रिजल्ट
तीन डिग्री कॉलेजों के एमकॉम के सभी विद्यार्थी फेल, सिर्फ 10 विद्यार्थियों की कॉपी चेक कर दोबारा जारी करेंगे रिजल्ट

जागरण संवाददाता, हिसार: जीजेयू की ओर से जिले के तीन डिग्री कॉलेजों में एमकॉम के सभी विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया है। मंगलवार को छाजू राम जाट कॉलेज, गवर्नमेंट कॉलेज व एफसी कॉलेज के विद्यार्थियों ने एमकॉम सेकंड सेमेस्टर में फेल किए जाने पर जीजेयू में धरना-प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन के दौरान जाट कॉलेज के छात्र संघ प्रधान मनोज सिवाच कालीरावण के नेतृत्व में जीजेयू यूनिवर्सिटी के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन यश पाल सिगला से मिले। विद्यार्थियों ने कंट्रोलर के सामने रिजल्ट को दोबारा से चेक करने की मांग की।

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10 छात्रों की उत्तरपुस्तिका से होगा रिजल्ट का फैसला

एग्जाम कंट्रोलर यशपाल सिगला ने उन छात्रों से पूरी जानकारी लेकर व मौके पर मौजूद 10 छात्रों के रोल नंबर लेकर कहा कि वे अपने स्तर पर 10 छात्रों की उत्तर पुस्तिका का दोबारा मूल्यांकन करवा कर देखेंगे। अगर उन छात्रों के नंबर बढ़ते हैं तो पूरे जिले की एमकॉम का रिजल्ट दोबारा घोषित किया जाएगा।

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रीचेकिग के लिए दिया 15 दिन का समय

एग्जाम कंट्रोलर ने छात्रों के सामने यह विकल्प भी रखा कि छात्र 15 दिन के अंदर 2 नवंबर को अंतिम तिथि तक रीचेकिग का फॉर्म भर सकते हैं अगर ज्यादा संख्या में छात्र री-चेकिग में पास हुए तो उन्हें उनके री-चेकिग की फीस वापस कर दी जाएगी। छात्रों ने मांग की कि 4 से 5 दिन के अंदर उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन करवा लिया जाए, ताकि वह भी असमंजस की स्थिति में ना रहे की उन्हें री-चेकिग का फॉर्म भरना है या यूनिवर्सिटी फिर से ही सब्जेक्ट का रिजल्ट दोबारा घोषित करेगी।

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बीएससी मेडिकल व बायोटेक के रिजल्ट में भी कर दिया था फेल

बीएससी मेडिकल व बायोटेक विषयों में पिछले दिनों जीजेयू की ओर से जारी किए गए रिजल्ट में अधिकतर विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया। छात्रों के विरोध के बाद जीजेयू की ओर से रिजल्ट की जांच की गई थी। लेकिन इसके बावजूद रिजल्ट पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा। वहीं बीएससी मेडिकल में जीजेयू की ओर से परीक्षा तो 40 अंकों की ली गई थी लेकिन रिजल्ट 80 अंकों में से जारी किया। कॉलेज प्रिसिपल ने इस बारे में जीजेयू प्रशासन को शिकायत दी तो जीजेयू प्रशासन ने 80 अंकों के हिसाब से रिजल्ट जारी किया था।

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