लोन दिलाने के नाम पर 45 लोगों से वसूले 92 लाख, पुलिस खाली हाथ

कंपनी द्वारा लोगों को मोबाइल पर ही लोन देने का झांसा दिया जाता था। जिसके लिए प्रोसेसिंग फीस के रूप में वसूली करते थे। जिले के 45 लोगों से इन आरोपितों ने करीब 92 लाख रुपये ऐंठे थे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 08 Nov 2019 12:12 PM (IST) Updated:Fri, 08 Nov 2019 12:12 PM (IST)
लोन दिलाने के नाम पर 45 लोगों से वसूले 92 लाख, पुलिस खाली हाथ
लोन दिलाने के नाम पर 45 लोगों से वसूले 92 लाख, पुलिस खाली हाथ

हिसार, जेएनएन। हिसार जिले के करीब 45 लोगों से 92 लाख रुपए लोन के नाम पर ऐंठने वाली मध्यप्रदेश की एक कंपनी के मालिकों की तलाश में गई हरियाणा पुलिस को छिंदवाड़ा के दमुआ से खाली हाथ लौटना पड़ा। पुलिस के पहुंचने की सूचना कंपनी से जुड़े लोगों को पहले ही मिल गई।

दमुआ थाना प्रभारी सुमेर सिंह जगत के अनुसार जबलपुर निवासी नीति बैरसिया ने परसु इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी बनाई थी। इसमें छिंदवाड़ा जिले के दमुआ माइन्स निवासी शिवप्रसाद उर्फ अन्नू सोलंकी, उमेश गुप्ता, मनोज गुप्ता एवं राकेश गुप्ता भी पार्टनर थे। लोन दिलाने के लिए उपरोक्त कंपनी से जुड़े लोग प्रोसेसेसिंग फीस के नाम पर पैसा वसूलते थे।

कंपनी द्वारा लोगों को मोबाइल पर ही लोन देने का झांसा दिया जाता था। जिसके लिए प्रोसेसिंग फीस के रूप में वसूली करते थे। जिले के 45 लोगों से इन आरोपितों ने करीब 92 लाख रुपये ऐंठे थे। जिस पर हरियाणा अर्बन स्टेट थाने में इनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। इसी मामले में एसआइ बलजिंदर सिंह के नेतृृत्व में एक टीम आरोपितों को गिरफ्तार करने गई थी।

टीम ने बुधवार को जबलपुर में नीति के घर दबिश दी। लेकिन वहां कोई नहीं मिला। वहीं गुरुवार को दमुआ पुलिस के साथ दमुआ माइन्स में उक्त आरोपितों के घर दबिश दी। लेकिन वह भी परिवार सहित फरार हैं। इस कारण हरियाणा पुलिस की टीम खाली हाथ लौट गई। पुलिस ने हरियाणा के अलावा दूसरे राज्यों में भी ठगी की आशंका जताई है।

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