43 करोड़ का चेक बैंक में जमा कराने के मामले में जांच तेज

महरौली रोड स्थित एसबीआइ की शाखा में फर्जी साइन करके 43 करोड़ रुपये का चेक जमा कराने के मामले की जांच तेज कर दी गई है। चेक पर फर्जी साइन हैं या नहीं, इसकी जांच होने से पूरी सच्चाई सामने आएगी। मामले में अपना पक्ष रखने के लिए इलाके के सहायक पुलिस आयुक्त अनिल यादव ने आरोपित को कहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Jul 2018 08:06 PM (IST) Updated:Fri, 13 Jul 2018 08:06 PM (IST)
43 करोड़ का चेक बैंक में जमा कराने के मामले में जांच तेज
43 करोड़ का चेक बैंक में जमा कराने के मामले में जांच तेज

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : महरौली रोड स्थित एसबीआइ की शाखा में फर्जी साइन करके 43 करोड़ रुपये का चेक जमा कराने के मामले की जांच तेज कर दी गई है। चेक पर फर्जी साइन हैं या नहीं, इसकी जांच होने से पूरी सच्चाई सामने आएगी। मामले में अपना पक्ष रखने के लिए इलाके के सहायक पुलिस आयुक्त अनिल यादव ने आरोपित को कहा है। आरोपित नीरज चौधरी का कहना है कि न ही चेक बुक की चोरी की गई है और न ही जो चेक जमा कराया गया है उस पर साइन फर्जी हैं। पूरा मामला लेन-देन का है। शिकायतकर्ता और वह एक रियल एस्टेट कंपनी में निदेशक थे। बाद में शिकायतकर्ता ने कंपनी से उनका हिसाब-किताब करते हुए 50 करोड़ रुपये के दो चेक दिए थे। एक चेक सात करोड़ रुपये का था जबकि एक 43 करोड़ रुपये का। दोनों बाउंस हो गए। मामले को घुमाने के लिए धोखाधड़ी की शिकायत दी गई है। बता दें कि रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े डीएलएफ फेज एक निवासी सिकंदर ¨सह की शिकायत है कि उनकी एक चेक बुक लगभग दो साल पहले गायब हो गई थी। उसी चेक बुक में से एक चेक पर 43 करोड़ रुपये भरकर बैंक में जमा किया गया है। जमा करने वाला व्यक्ति नीरज चौधरी है जो उनके पास पहले आता-जाता था। ¨सह की शिकायत पर सुशांत लोक थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन तेज कर दी है। इस बारे में इलाके के सहायक पुलिस आयुक्त अनिल यादव का कहना है कि जांच तेज कर दी गई है। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी। शिकायतकर्ता के साथ ही आरोपित का पक्ष सामने आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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