'प्रोजेक्ट ¨जदगी' सरकारी स्कूलों में करेगा बच्चों का तनाव दूर

जिले के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को तनावमुक्त वातावरण देने और उनकी लर्निंग डिसेबिलिटी को दूर करने के उद्देश्य से सोमवार को लघु सचिवालय से 'प्रोजेक्ट ¨जदगी ' की शुरुआत की गई

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Jul 2018 07:31 PM (IST) Updated:Mon, 02 Jul 2018 07:31 PM (IST)
'प्रोजेक्ट ¨जदगी' सरकारी स्कूलों में करेगा बच्चों का तनाव दूर
'प्रोजेक्ट ¨जदगी' सरकारी स्कूलों में करेगा बच्चों का तनाव दूर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को तनावमुक्त वातावरण देने और उनकी लर्निंग डिसेबिलिटी को दूर करने के उद्देश्य से सोमवार को लघु सचिवालय से 'प्रोजेक्ट ¨जदगी ' की शुरुआत की गई। जिला प्रशासन द्वारा यह प्रोजेक्ट जिले के 15 सरकारी विद्यालयों में पायलट आधार पर चलाया जाएगा, जिसके लिए चयनित स्कूलों में 'धनक' नामक कमरा भी बनाया गया है।

इस प्रोजेक्ट की शुरुआत उपायुक्त विनय प्रताप ¨सह ने लघु सचिवालय से की। अध्यापकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि प्रोजेक्ट का उद्देश्य विद्यार्थियों की लर्निंग डिसेबिलिटी को शुरुआत से पहचान कर दूर करने का प्रयास किया जा सकता है। अक्सर घरों या स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ाई में कमजोर समझकर उसके पीछे के कारणों का पता नही लगाया जाता है। अब प्रोजेक्ट ¨जदगी के माध्यम से विद्यार्थियों की काउंस¨लग की जाएगी और उसके तनाव को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। ऐसे में उन विद्यार्थियों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए जो पढ़ाई में कमजोर हो।

अतिरिक्त उपायुक्त आरके ¨सह ने कहा कि व्यक्ति रोजाना अपने जीवन में विभिन्न प्रकार के तनाव से गुजरता है और कई बार तनाव का असर बच्चों पर भी पड़ता है। ऐसे में अभिभावकों को भी तनावमुक्त रहने की जरुरत है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी गुंजन गहलोत ने बताया कि गुरुग्राम में इस प्रोजेक्ट के तहत 45 अध्यापकों की ट्रे¨नग करवाई जाएगी। इस ट्रे¨नग का मॉड्यूल 48 घंटो का होगा जिसमें अध्यापकों को चैक लिस्ट दी जाएगी, जिसके माध्यम से उन्हें कक्षा में विद्यार्थियों की पहचान करने में मदद मिलेगी। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से स्कूलों में बच्चो के लिए योगा सैशन, मैंटल हैल्थ केयर एक्टिविटी व एंगर मैनेजमेंट के गुर सिखाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के लिए चयनित प्रत्येक स्कूल से 3-4 अध्यापकों की ट्रे¨नग करवाई जाएगी। कार्यक्रम में मनोरोग विशेषज्ञ एवं कार्यवाहक प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. बह्मदीप संधु ने भी उपस्थित अध्यापकों व बच्चों को तनावमुक्त रहने के बारे में आवश्यक जानकारी दी।

बड फाउंडेशन की डायरेक्टर दिव्या वैष्णव, मनस फाउंडेशन से मोनिका कुमार तथा उज्वला ने भी अपने विचार रखें। इन संस्थाओं द्वारा भी इस प्रोजेक्ट में सहयोग दिया जा रहा है। कार्यक्रम में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी प्रेमलता यादव समेत जिले के सभी शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे।

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