दिल्ली मेट्रो की तरह होगी रैपिड मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था, 15 अगस्त के बाद हो सकता है संचालन

Gurgaon Rapid Metro Service Update कोरोना संकट की वजह से रैपिड मेट्रो का संचालन फिलहाल बंद है। उम्मीद की जा रही है कि 15 अगस्त के बाद संचालन के बारे में विचार किया जा सकता है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 05:20 PM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 05:31 PM (IST)
दिल्ली मेट्रो की तरह होगी रैपिड मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था, 15 अगस्त के बाद हो सकता है संचालन
दिल्ली मेट्रो की तरह होगी रैपिड मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था, 15 अगस्त के बाद हो सकता है संचालन

गुरुग्राम [आदित्य राज]। दिल्ली मेट्राे की तरह ही रैपिड मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था आने वाले समय में दिखाई देगी। इसके लिए प्रदेश सरकार की केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) से बातचीत चल रही है। यदि बातचीत पटरी पर नहीं आई तो सुरक्षा का जिम्मा हरियाणा पुलिस को भी सौंपा जा सकता है। प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता सीआइएसएफ ही है क्योंकि दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा की जिम्मेदारी उसी के पास है।

बंद है रैपिड मेट्रो का संचालन

कोरोना संकट की वजह से रैपिड मेट्रो का संचालन फिलहाल बंद है। उम्मीद की जा रही है कि 15 अगस्त के बाद संचालन के बारे में विचार किया जा सकता है। संचालन के दौरान यात्रियों के ऊपर विशेष रूप से नजर रखनी होगी। शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ ही सभी मास्क पहने, इसके ऊपर ध्यान देना होगा। ऐसे में प्रदेश सरकार चाहती है कि सीआइएसएफ सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाले। बात केवल खर्चों के ऊपर अटक रही है।

सीआइएसएफ का बजट काफी अधिक

बताया जाता है कि सीआइएसएफ की ओर से जो बजट दिया गया है वह काफी अधिक है। इसके मुकाबले हरियाणा पुलिस के ऊपर काफी कम खर्च होगा। इसी बात को लेकर निर्णय होना है कि अधिक बजट के बावजूद भी सीआइएसएफ को जिम्मेदारी दी जाए या फिर कम खर्चे को ध्यान में रखकर हरियाणा पुलिस को जिम्मेदारी दी जाए।

निजी कंपनी के पास है रैपिड मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा

पिछले साल अक्टूबर से रैपिड मेट्रो के संचालन की जिम्मेदारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के पास है। वर्तमान में रैपिड मेट्रो की सुरक्षा एक निजी कंपनी के हाथों में है जबकि दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा सीआइएसएफ के हाथों में। यदि सीआइएसएफ के पास भी रैपिड मेट्रो की जिम्मेदारी आ जाती है फिर पहले दिन से ही बेहतर तरीके से व्यवस्था संभाली जा सकेगी। बता दें कि गुरुग्राम के पॉश इलाकों में रैपिड मेट्रो का कॉरिडोर है। 12 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर 11 स्टेशन हैं। 

अधिकारी ने कहा

रैपिड मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा सीआइएसएफ को देने पर विचार चल रहा है। मामला केवल बजट को लेकर अटक सकता है। सीआइएसएफ से बात न बनने पर ही हरियाणा पुलिस को सुरक्षा का जिम्मा देने पर विचार किया जाएगा।

वीएस कुंडू, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण

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