कैंसर का नकली इंजेक्शन: तुर्किए का रहने वाला है इंटरनेशनल गैंग का सदस्य अली, मुंबई से लाया गया गुरुग्राम

28 अप्रैल को मुख्य आरोपित मोतीउर रहमान अंसारी ने ड्रग्स विभाग की टीम के सामने सरेंडर किया। उसने बताया कि मेरे पास दवाइयों को खरीदने व बेचने की कोई कंपनी नहीं है। आर्टेमिस अस्पताल की डॉक्टर अमृता के कहने पर यह इंजेक्शन नोएडा की हार्टलैंड फार्मेसी से मंगाए थे।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Thu, 11 May 2023 02:37 PM (IST) Updated:Thu, 11 May 2023 02:37 PM (IST)
कैंसर का नकली इंजेक्शन: तुर्किए का रहने वाला है इंटरनेशनल गैंग का सदस्य अली, मुंबई से लाया गया गुरुग्राम
तुर्किए का नागरिक मुंबई से हुआ गिरफ्तार।

गुरुग्राम, महावीर यादव। मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने ड्रग्स कंट्रोल विभाग और अपराध शाखा के साथ मिलकर कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर तुर्किए के रहने वाले अली को अपराध शाखा व ड्रग्स विभाग की टीम मुंबई से गिरफ्तार कर गुरुग्राम ले आई है। फिलहाल आरोपित अली ड्रग्स विभाग के सेक्टर-39 में है। अली को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

सेक्टर-52 आर्टेमिस अस्पताल के आसपास लोगों को कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने के आरोप में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता और ड्रग्स विभाग की टीम ने कनिष्क राजकुमार को नोएडा के सेक्टर-62 से गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने मुंबई पुलिस से तालमेल कर होटल में ठहरे तुर्किए नागरिक अली को डिटेन कराया था।

नोएडा से गिरफ्तार आरोपित कनिष्क राजकुमार को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। रिमांड पर पूछताछ से इस मामले में अन्य जानकारी का पर्दाफाश होने की उम्मीद है। पुलिस इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की संलिप्तता का भी पता लगा रही है।

21 अप्रैल को मुख्यमंत्री उड़न दस्ता व ड्रग्स विभाग की संयुक्त टीम ने सेक्टर-52 में कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। उड़न दस्ता को सूचना मिली कि एक नामी अस्पताल के सामने सेक्टर-52 में एक कैंसर पीड़ित मरीज के लिए ढाई लाख रुपये में कैंसर का नकली इंजेक्शन सप्लाई किया जायेगा। जिस पर टीम मौके पर पंहुची तो सूचना सही थी।

जहां पर इंजेक्शन सप्लाई करने वाले कोलकाता के रहने वाले संदीप भुई को कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले डेफीब्रोटाइड इंजेक्शन के साथ पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि वह मोतीउर रहमान अंसारी के लिये काम करता है।

आर्टेमिस अस्पताल की डॉक्टर का भी आया नाम

28 अप्रैल को मुख्य आरोपित मोतीउर रहमान अंसारी ने ड्रग्स विभाग की टीम के सामने सरेंडर किया। उसने बताया कि मेरे पास दवाइयों को खरीदने व बेचने की कोई कंपनी नहीं है। वह इंजेक्शन नोएडा के रहने वाले कनिष्क राजकुमार से लाता है। चार बार में 40 इंजेक्शन मंगाए हैं। आर्टेमिस अस्पताल की डॉक्टर अमृता के कहने पर यह इंजेक्शन नोएडा की हार्टलैंड फार्मेसी से मंगाए थे।

बुधवार को कनिष्क राजकुमार को मुख्यमंत्री उड़न दस्ता, ड्रग्स विभाग व अपराध शाखा की संयुक्त टीम के द्वारा सेक्टर-62 नोएडा से गिरफ्तार किया गया। कनिष्क राजकुमार को पूछताछ के लिए अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

तनिष्क राजकुमार ने पूछताछ में बताया यह इंजेक्शन तुर्किए में रहने वाला अली नाम का व्यक्ति देता है। वह इस समय मुंबई के एक होटल में ठहरा हुआ है। उच्च अधिकारियों द्वारा महाराष्ट्र के अधिकारियों से बात करके अली को डिटेन करवा दिया था। अली को गिरफ्तार करने के लिए ड्रग्स विभाग और अपराध शाखा की टीम मुंबई के लिए बुधवार को ही रवाना हो गई थी।

21 अप्रैल को संदीप को पकड़ने के बाद ड्रग्स कंट्रोल अधिकारी ने जांच की तो पता चला कि यह इंजेक्शन इटली से सप्लाई होता है। जब कंपनी को मेल कर सूचित किया तो जवाब मिला कि ये इंजेक्शन नकली है। जिसके आधार पर ड्रग्स विभाग ने आरोपित संदीप भुई व गिरोह के सरगना मोतिउर रहमान अंसारी के खिलाफ केस दर्ज कराया था।

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