बिना जांच सड़कों पर वाहनों ने भरे फर्राटे

दिल्ली से लगती सीमा पर गुरुग्राम पुलिस ने बुधवार को कहीं पर भी जांच नहीं की। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित सिरहौल सीमा पर सुबह नौ बजे तक सड़क के आधे हिस्से में बैरिकेड्स लगे थे इसके बाद उन्हें भी हटा लिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Jun 2020 06:43 PM (IST) Updated:Wed, 03 Jun 2020 06:43 PM (IST)
बिना जांच सड़कों पर वाहनों ने भरे फर्राटे
बिना जांच सड़कों पर वाहनों ने भरे फर्राटे

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : दिल्ली से लगती सीमा पर गुरुग्राम पुलिस ने बुधवार को कहीं पर भी जांच नहीं की। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित सिरहौल सीमा पर सुबह नौ बजे तक सड़क के आधे हिस्से में बैरिकेड्स लगे थे, जिन्हें भी हटा लिया गया। यही तस्वीर आया नगर सीमा पर देखने को मिली। कपासहेड़ा सीमा पर बैरिकेड्स लगे थे, पर बीच से बगैर जांच किए वाहन जाने दिए जा रहे थे। पैदल व साइकिल से आने वाले कामगारों को भी गुरुग्राम व दिल्ली पुलिस ने नहीं रोका। इससे लोग राहत की सांस लेते दिखे।

बता दें कि दिल्ली से आने-जाने वालों के चलते गुरुग्राम में कोरोना संक्रमित बढ़े, तो 17 दिन पहले गुरुग्राम पुलिस ने दिल्ली की सीमा पर सख्ती कर दी थी। केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को ही आने-जाने दिया जा रहा था। जिनके पास मूवमेंट पास नहीं था, उन्हें लौटा दिया जाता रहा। इससे काफी लोग परेशान हुए। कपासहेड़ा सीमा से दिल्ली में रहकर गुरुग्राम के उद्योग विहार स्थित विभिन्न इंडस्ट्री में काम करने वाले कामगार नहीं आ पा रहे थे, जबकि उद्यमी लगातार मांग कर रहे थे कि सीमा की सख्ती कम कर दी जाए। मंगलवार को पुलिस ने ढील दी, तो बुधवार को कहीं पर भी जांच नहीं की गई। हालांकि अधिकारिक रूप से पाबंदी हटाने की बात नहीं की जा रही है। बुधवार शाम जिलाधीश के नए आदेशों में भी कहा गया है कि दिल्ली से आने-जाने वालों को ई-पास बनवाना पड़ेगा। दिल्ली पुलिस के नाके से लगता है जाम

दो दिन से जहां गुरुग्राम पुलिस ने लचीला रुख अपना रखा है, वहीं दिल्ली पुलिस नए तेवर दिखा रही है। मंगलवार को एकबारगी तो इतनी सख्ती की कि जाम लगने लगा था, जिसके बाद जांच बंद कर दी थी। इसके बाद भी पुलिस ने बैरिकेड्स लगा रखे हैं। एक साथ एक वाहन ही निकल सकता था, जिसके चलते जाम लगने लगता है। वहीं पुलिस ने इस तरह से नाके लगाए हैं कि हर वाहन को नगर निगम दिल्ली के व्यवसायिक टोल बूथ की लेन से गुजरना पड़ रहा है। इसके चलते भी सुबह शाम जाम लग रहा है। उद्यमियों ने ली राहत

उद्यमी हरीशंकर तनेजा का कहना है कि फिलहाल अभी औद्योगिक इकाइयों के पास उतना काम नहीं है, जितना कि होना चाहिए। ऐसे में काम के हिसाब से भी यदि कामगार आने लगे हैं। पुलिस को पहले भी सख्ती नहीं करनी चाहिए थी। उद्यमी विकास बवेजा का कहना है कि कापसहेड़ा बॉर्डर पर पुलिस ने सख्ती काफी कम कर दी है। हालांकि बीच-बीच में वह लोगों का रोकती है। जब यह सख्ती पूरी तरह से खत्म हो जाएगी, तो कामगारों की उपलब्धता और बढ़ जाएगी। इससे उद्यमियों को राहत मिलेगी। वहीं उद्योग विहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव एपी जैन का कहना है कि कापसहेड़ा बॉर्डर पर सख्ती से उद्योग विहार स्थित इंडस्ट्री का भारी नुकसान हुआ है। रोजाना की सख्ती से कई कामगार अपने गांव चले गए।

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