विद्यार्थियों से लिया जाएगा ई-लर्निग का फीडबैक

शिक्षक व जिला शिक्षा अधिकारी अब विद्यार्थियों से डोर-टू्-डोर जाकर ई-लर्निंग को लेकर फीडबैक लेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 05:52 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 05:52 PM (IST)
विद्यार्थियों से लिया जाएगा ई-लर्निग का फीडबैक
विद्यार्थियों से लिया जाएगा ई-लर्निग का फीडबैक

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: शिक्षक व जिला शिक्षा अधिकारी अब घर-घर जाकर विद्यार्थियों से ई-लर्निंग को लेकर फीडबैक लेंगे। मौलिक शिक्षा निदेशक द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना संयोजक की वीडियो कान्फ्रेंस की गई। इस दौरान तय किया गया कि जिला शिक्षा अधिकारी व शिक्षक विद्यार्थियों के घर जाकर जानेंगे कि उन्हें ऑनलाइन शिक्षा का लाभ मिल रहा है या नहीं। क्या शिक्षक द्वारा रोजाना होमवर्क दिया जा रहा है?

जिला परियोजना संयोजक रितु चौधरी ने बताया कि निदेशक के निर्देशों को लेकर खंड शिक्षा अधिकारी व खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी को सूचित कर दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने कार्यक्षेत्र में शिक्षकों को निर्देश दें कि एक शिक्षक रोजाना दस विद्यार्थियों के घर जाए और व्यक्तिगत तौर पर जानें कि क्या विद्यार्थी को ऑनलाइन शिक्षा ठीक से मिल रही है। शिक्षक द्वारा जिस तरह से पढ़ाया जा रहा है क्या वह उन्हें समझ आ रहा है। किन विषयों को समझने में समस्या आ रही है।

विद्यार्थियों के अभिभावकों को टीवी व स्मार्टफोन पर चलाई जा रही ऑनलाइन कक्षाओं के बारे में जागरूक करें। ग्राम पंचायत के सदस्यों, पार्षद व स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ मिलकर घर से पढ़ाओ अभियान को बेहतर बनाने को लेकर विमर्श किया जाए। कोरोना वायरस से बचाव के निर्देशों को अपनाते हुए पेरेंट्स टीचर मीटिग आयोजित की जाए और स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ मिलकर ऑनलाइन शिक्षा को लेकर आने वाली समस्याओं का निपटारा किया जाना चाहिए। स्कूल मुखिया व प्राचार्य को रोजाना की फीडबैक रिपोर्ट तैयार कर देनी होगी। जिस शिक्षक की फीडबैक रिपोर्ट शून्य होगी उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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