उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सत्ता का मोह छोड़ें: योगेंद्र यादव

स्वराज इंडिया पार्टी के संस्थापक एवं अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा है कि बाजरे का एक-एक दाना खरीदने का दावा करने वाली सरकार रजिस्ट्रेशन के हिसाब से किसानों को नहीं बुला रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Oct 2020 06:57 PM (IST) Updated:Thu, 15 Oct 2020 06:57 PM (IST)
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सत्ता 
का मोह छोड़ें: योगेंद्र यादव
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सत्ता का मोह छोड़ें: योगेंद्र यादव

संवाद सहयोगी, पटौदी: स्वराज इंडिया पार्टी के संस्थापक एवं अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा है कि बाजरे का एक-एक दाना खरीदने का दावा करने वाली सरकार रजिस्ट्रेशन के हिसाब से किसानों को नहीं बुला रही है। जिस रफ्तार से बाजरे की खरीद की जा रही है, उससे तो अधिकांश किसान अपने बाजरे की उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर बेचने से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने कहा खुद को किसानों का हमदर्द बताने वाले उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सत्ता का मोह छोड़कर किसानों के साथ आएं। उनको किसानों के पक्ष में खड़े होकर नए कृषि कानूनों का विरोध करना चाहिए।

योगेंद्र यादव जाटौली अनाजमंडी का दौरा कर किसानों से बातचीत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सरकार द्वारा प्रति एकड़ 98 क्विंटल बाजरा खरीदने व एक दिन में उनसे केवल 40 किवंटल ही खरीदने के निर्णय को गलत बताया। कहा एक ओर सरकार कहती है कि किसान अधिक उपज पैदा करें, दूसरी तरफ किसान यदि एक एकड़ में 12 क्विटल तक बाजरा पैदा कर रहे हैं तो सरकार एक एकड़ पर 8 क्विटल से अधिक खरीदने को तैयार नहीं है। ऐसे में बाकी उपज उसे औने-पौने दामों पर बेचनी पड़ेगी।

इसी प्रकार यदि किसी किसान ने 11 एकड़ बाजरा बोया है तो सरकारी नियमों के मुताबिक उसे तीन बार अपनी उपज बेचने आना पड़ेगा क्योंकि एक दिन में उससे 40 क्विटल से अधिक बाजरा नहीं खरीदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को बाजरा निकाले भी एक एक माह हो चुका है परंतु उन्हें इतना तक नहीं पता कि उनका बाजरा बेचने का कब नंबर आएगा। इससे पहले योगेंद्र यादव ने फरुखनगर मंडी में जाकर किसानों की समस्याएं सुनी।

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