खुले में जलाया जा रहा है औद्योगिक इकाइयों का कूड़ा

द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ लगते सेक्टरों में औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले मलबे और कूड़े को खुले में जलाने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। इससे प्रदूषण बढ़ रहा है और आसपास की सोसायटी के निवासियों को भी खासी परेशानी होती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Mar 2021 08:29 PM (IST) Updated:Mon, 22 Mar 2021 08:29 PM (IST)
खुले में जलाया जा रहा है औद्योगिक इकाइयों का कूड़ा
खुले में जलाया जा रहा है औद्योगिक इकाइयों का कूड़ा

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम : द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ लगते सेक्टरों में औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले मलबे और कूड़े को खुले में जलाने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। इससे प्रदूषण बढ़ रहा है और आसपास की सोसायटी के निवासियों को भी खासी परेशानी होती है। सोमवार को सेक्टर-102-103 विभाजित सड़क के साथ अलग-अलग 2-3 जगहों पर भारी मात्रा में मलबा जलाया गया, जो घंटों तक जलता रहा और प्रदूषण फैलता रहा।

नये गुरुग्राम के सेक्टर-83 से लेकर 111 के बीच आमतौर पर ये मलबा जलाया जाता है। मुख्य तौर पर सेक्टर -84, 102, 103, 105, 109 की मुख्य एवं सेक्टर रोड के साथ अमूमन कूड़े या मलबे को जलाने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इसके लिए स्थानीय निवासियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की तरफ से लगातार ट्विटर के माध्यम से और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की ईमेल पर शिकायत भी भेजी है लेकिन विभागीय अधिकारियों ने आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। औद्योगिक वेस्ट जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। पहले ही गुरुग्राम शहर प्रदूषित शहरों में ऊंचे पायदान पर है। औद्योगिक इकाइयों के कूड़े को जलाने से जहरीली गैस निकलती है, जो किसी के लिए भी अत्यंत घातक साबित हो सकती है।

शिखा गुप्ता, निवासी सेक्टर-84 सोमवार को सेक्टर -102-103 विभाजित सड़क पर दो जगह जलते हुए औद्योगिक मलबे का मैंने खुद वीडियो बनाया था। इससे निकलने वाला धुआं इतना भयंकर था कि वीडियो बनाते-बनाते चक्कर आ गए और लगभग आधे घंटे तक गाड़ी में आराम करने के बाद राहत मिली। अधिकारियों को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

याशीष यादव, प्रधान, द्वारका एक्सप्रेस-वे वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर विभाजित सड़कों से थोड़ा अंदर मलबा डाला जाता है और फिर 1-2 दिन बाद उसे जलाया जाता है। इसके जलने के बाद मिट्टी डाल दी जाती है। इन घटनाओं पर अंकुश नही लगा तो यह शहर की आबोहवा के लिए अत्यंत घातक होगा।

बजरंग जैन, निवासी, सेक्टर-104

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