बादशाहपुर बनेगा गुरुग्राम का चौथा सब-डिवीजन

बादशाहपुर के आसपास के क्षेत्र को मिलाकर बादशाहपुर को सब-डिवीवन (उप-मंडल) का दर्जा देकर एसडीएम (उप-मंडल अधिकारी-नागरिक)की नियुक्ति कर दी जाएगी। सब-डिवीवन में बादशाहपुर व वजीराबाद तहसील के 37 गांव व सेक्टरों को शामिल किया जाएगा। फिलहाल में गुरुग्राम, सोहना व पटौदी को ही सब-डिवीजन का दर्जा मिला है। इन तीनों जगहों पर एसडीएम बैठते हैं। नई पहल के कई मायने निकाले जा रहे हैं जिसमें से यह भी है कि चुनाव से पहले बादशाहपुर को सब-डिवीवन का दर्जा दिए जाने को प्रदेश सरकार ने बादशाहपुर व आसपास के शहरी क्षेत्र के मतदाताओं को साधने का काम करेगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Feb 2019 05:58 PM (IST) Updated:Tue, 12 Feb 2019 05:58 PM (IST)
बादशाहपुर बनेगा गुरुग्राम का चौथा सब-डिवीजन
बादशाहपुर बनेगा गुरुग्राम का चौथा सब-डिवीजन

महावीर यादव, बादशाहपुर

बादशाहपुर के आसपास के क्षेत्र को मिलाकर बादशाहपुर को सब-डिवीजन (उपमंडल) का दर्जा देकर एसडीएम (उप-मंडल अधिकारी-नागरिक) की नियुक्ति कर दी जाएगी। सब-डिवीजन में बादशाहपुर व वजीराबाद तहसील के 37 गांव व सेक्टरों को शामिल किया जाएगा। फिलहाल गुरुग्राम, सोहना व पटौदी को ही सब-डिवीजन का दर्जा मिला है। इन तीनों जगहों पर एसडीएम बैठते हैं। नई पहल के कई मायने निकाले जा रहे हैं जिसमें से यह भी है कि चुनाव से पहले बादशाहपुर को सब-डिवीजन का दर्जा दिए जाने को प्रदेश सरकार बादशाहपुर व आसपास के शहरी क्षेत्र के मतदाताओं को साधने का काम करेगी।

बादशाहपुर व आसपास का क्षेत्र तेजी से विकसित होता जा रहा है। बादशाहपुर काफी पुराना एवं ऐतिहासिक कस्बा है। पुराने समय में बादशाहपुर की मंडी काफी मशहूर मंडियों में गिनी जाती थी। आसपास के ही नहीं बल्कि दूरदराज क्षेत्रों के किसान भी अपनी फसल बेचने बादशाहपुर मंडी में ही आते थे। बादशाहपुर में अब मंडी तो नहीं रही लेकिन समय के साथ-साथ बादशाहपुर के आसपास का क्षेत्र काफी विकसित हो रहा है। इसके आसपास कई सेक्टर विकसित हो गए। कई बिल्डरों ने भी बादशाहपुर के आसपास अपनी सोसायटी विकसित की है। लोगों की बढ़ती आबादी को देखते हुए सरकार ने बादशाहपुर को सब-डिवीजन का दर्जा दिए जाने का मसौदा तैयार कर लिया है। नए वित्तीय वर्ष से बादशाहपुर को सब-डिवीजन का दर्जा दे दिया जाएगा। यह गांव होंगे बादशाहपुर उपमंडल में शामिल

बादशाहपुर को फिलहाल उप-तहसील का दर्जा मिला है पर बादशाहपुर में उपयुक्त स्थान न मिलने के कारण बादशाहपुर के नायब तहसीलदार गुरुग्राम लघु सचिवालय में बैठते है। इस उप तहसील में 17 गांव शामिल किए गए हैं। इसमें अकलीमपुर, बादशाहपुर, दरबारीपुर, धुमसपुर, बहरामपुर, फाजिलपुर झाड़सा, गैरतपुर बास, घसोला, टीकरी, हसनपुर, इस्लामपुर, मैदावास, नंगली उमरपुर (बेचिराग), नूरपुर झाड़सा, पलड़ा, सकतपुर व टीकली सम्मिलित हैं। इन सभी को बादशाहपुर उपमंडल में रखा जाएगा। इसके साथ ही वजीराबाद को भी उप तहसील का दर्जा प्राप्त था। पिछले महीने सरकार ने इस उप तहसील को तहसील का दर्जा दे दिया। यह तहसील फिलहाल 56 सेक्टर के सामुदायिक भवन में चल रही है। इस तहसील के अधीन सोलह गांव आते है। 16 गांव आदमपुर, ¨बदापुर, फतेहपुर (तीनों बेचिराग), घाटा, हैदरपुर वीरान, झाड़सा, कादरपुर, कन्हई, समसपुर, तिगरा, उल्लावास, वजीराबाद, बंधवाड़ी ग्वाल पहाड़ी, बालोला (बालियावास) बैरमपुर को भी बादशाहपुर उपमंडल में शामिल किया जाएगा।

वर्जन

लोगों की काफी दिनों से मांग भी थी। बादशाहपुर का क्षेत्र काफी विकसित हो रहा है। आबादी भी काफी बढ़ रही है। इस हिसाब से बादशाहपुर में सब-डिवीजन बनाए जाने की जरूरत थी। बादशाहपुर में सब-डिवीजन बनने से आसपास के लोगों को काफी सहूलियत हो जाएगी। सरकार ने इसकी मंजूरी देकर बादशाहपुर के लोगों को एक बेहतर सौगात दी है। भाजपा सरकार गुरुग्राम के चहुंमुखी विकास के लिए बेहद गंभीर है।

-राव नरबीर ¨सह, लोक निर्माण एवं वन मंत्री (विधायक बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र )

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