कोरोना संक्रमित दंपती के बच्चों के छह दिन बाद कराए सैंपल

गुरुग्राम में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते केस और पीजीआइएमएस में मरीजों की मौत के बीच गुरुग्राम जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 May 2020 08:17 PM (IST) Updated:Fri, 22 May 2020 06:17 AM (IST)
कोरोना संक्रमित दंपती के बच्चों के छह दिन बाद कराए सैंपल
कोरोना संक्रमित दंपती के बच्चों के छह दिन बाद कराए सैंपल

पुनीत शर्मा, रोहतक

गुरुग्राम में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते केस और पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) में मरीजों की मौत के बीच गुरुग्राम जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। परिवार के सदस्य के कोरोना संक्रमित पाए जाने के छह दिन बाद उसके बच्चों के सैंपल कराए गए हैं। इसके लिए भी पीजीआइ के अधिकारियों ने गुरुग्राम के अधिकारियों को अवगत कराया था, जिसके बाद बृहस्पतिवार को चिकित्सकों की टीम ने पीड़ित परिजनों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं।

गुरुग्राम के सेक्टर-43 निवासी महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ रहती है। परिवार में पति, पिता और चार बच्चे हैं। उसके पति ऑनलाइन डिलीवरी का कार्य करते थे। करीब छह दिन पहले कोरोना की जांच पॉजिटिव आने आई थी, जिसके बाद उन्हें पीजीआइ में भर्ती किया गया था। इसके बाद 18 मई को महिला की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आने पर पीजीआइ में भर्ती किया गया था। 20 मई को महिला के पति की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई।

इतने पर भी गुरुग्राम जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की नींद नहीं खुली और उसके बच्चों व अन्य परिजनों के सैंपल नहीं लिए गए। पीजीआइ के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. वरुण अरोड़ा ने मामले में गुरुग्राम के अधिकारियों को अवगत कराया, जिसके बाद चिकित्सकों ने पीड़िता के बच्चे व उसके पिता के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। पीड़िता ने बताया कि वह घरों में मेड का कार्य करती थी। जिसके चलते अब घर में खाने का भी संकट पैदा हो गया है। पीड़िता ने अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई है, ताकि बच्चों का लालन-पालन किया जा सके। छह दिन बाद की गई सैंपलिग

यूं तो किसी भी व्यक्ति को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद न केवल उसके परिजन बल्कि उसके संपर्क में आने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है। लेकिन गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ऐसा करने के लिए कदम नहीं उठाया। पीड़िता ने जागरण को बताया कि उसके पति के पॉजिटिव आने के तीन दिन बाद उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। इसके बाद अधिकारियों ने उसके बच्चों के सैंपल कराने के लिए कदम नहीं उठाया। गुरुग्राम निवासी दंपती पीजीआइ में भर्ती थे। 20 मई को पुरुष की मौत हो चुकी है, जबकि महिला अभी भी भर्ती है। पीड़िता से बात करने पर बच्चों व अन्य परिजनों के सैंपल न करने की जानकारी हुई। इसके बाद गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया गया। पीड़ित की आíथक मदद के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। बृहस्पतिवार को पीड़िता ने बच्चों के सैंपल लेने की जानकारी दी है।

- डॉ. वरुण अरोड़ा, जनसंपर्क अधिकारी, हेल्थ यूनिवर्सिटी।

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