मंदिरों में जोर से चल रही कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : गुरु द्रोण की भूमि से बाल कृष्ण का संबंध प्राचीन काल से है। यही वजह है

By Edited By: Publish:Mon, 31 Aug 2015 04:19 PM (IST) Updated:Mon, 31 Aug 2015 04:19 PM (IST)
मंदिरों में जोर से चल रही कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : गुरु द्रोण की भूमि से बाल कृष्ण का संबंध प्राचीन काल से है। यही वजह है कि शहर में सबसे ज्यादा मंदिर राधा कृष्ण हैं। जन्माष्टमी की धूम शहर में सर्वाधिक दिखती है। यदुवंशी बहुल गांव हैं और अधिसंख्य पुराने मंदिर श्री कृष्ण की प्रमुखता वाले हैं। इस बार जन्माष्टमी का त्योहार शहर में पूरे धूमधाम से मनाए जाने की तैयारियां चल रही हैं।

रेलवे रोड स्थित प्रेम मंदिर प्रबंधन से जुड़ी सीमा आजाद ने बताया कि मंदिर में श्री कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर में यह उत्सव लंबे अरसे से बहुत धूम धाम से मनाया जाता है। सुंदर झांकियां और मध्यरात्रि का कन्हैया के जन्म का उत्सव और अभिषेक होगा। सेक्टर चार स्थित श्री राम मंदिर के महामंत्री आरपी शर्मा के अनुसार मंदिर में जन्माष्टमी का उत्सव मथुरा वृंदावन की याद दिलाएगा। यहां हर साल की तरह इस बार भी जन्माष्टमी का उत्सव धूम धाम से मनाया जाएगा। झाड़सा गांव स्थित प्राचीन राधा कृष्ण मंदिर, गुरुद्वारा रोड स्थित सिद्धेश्वर मंदिर, सेक्टर 10 ए स्थित राधा कृष्ण मंदिर, सेक्टर चार स्थित राधा कृष्ण मंदिर में विशेष तैयारियां चल रही हैं। हालांकि यह उत्सव हर गली मुहल्ले के मंदिरों में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। जन्माष्टमी पांच सितंबर को है और इस दिन दिन में पूजा अर्चना के बाद लोग रात्रि के 10 बजे मंदिर में जुटने शुरू होंगे। महिलाएं करीब दो घंटे भजन कीर्तन से माहौल को भक्तिमय बनाती हैं। मंदिरों में लोग अपने बच्चों को राधा कृष्ण की पोशाक पहनाकर लेकर आएंगे। बाजार में ऐसी पोशाकों की धूम है। लोग अपने घरों में लडडू गोपाल का झूला लगाएंगे और उन्हें नए वस्त्र आभूषण पहनाएंगे। सदर बाजार में लड्डू गोपाल की पूजा से जुड़ी सामग्रियों की मौसमी दुकानें खुल गई हैं।

इस्कान का जन्माष्टमी उत्सव इस बार बादशाहपुर में

इस्कान द्वारा अबतक हर साल सेक्टर 29 के हुडा जिमखाना क्लब में जन्माष्टमी का कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है। यहां काफी संख्या में लोग जुटते रहे हैं। झांकियों, झूलन, 56 भोग के अलावा यहां का सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है। संगठन के गुड़गांव प्रमुख अच्युत हरिदास ने बताया कि गुड़गांव में इस्कान मंदिर सेक्टर 45 में बन रहा है, मगर अभी यह निर्माणाधीन है। बादशाहपुर के सुदर्शन महाराज ने अपना एक एकड़ का आश्रम इस्कान को दान किया है। बार का जन्माष्टमी उत्सव जिम खाना क्लब की जगह सुदर्शन आश्रम में मनाया जाएगा। वहां के उत्सव में भी रह साल की तरह कन्हैया जी का झूलन, 56 भोग, शाम चार बजे से रात के एक बजे तक भजन कीर्तन, झांकियां लोगों को देखने को मिलेगी। जिम खाना क्लब के खुले मैदान में ज्यादा जगह होती थी। इस कारण वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम ज्यादा होते थे। इसबार सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर जोर नहीं होगा।

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