या खुदा बच्चों की आत्मा को शांति मिले

जागरण संवाददाता, मेवात : पाकिस्तान के पेशावर में हुई आतंकी घटना में मारे गए मासूमों की आत्मिक शांति

By Edited By: Publish:Wed, 17 Dec 2014 05:16 PM (IST) Updated:Thu, 18 Dec 2014 04:20 AM (IST)
या खुदा बच्चों की आत्मा को शांति मिले

जागरण संवाददाता, मेवात : पाकिस्तान के पेशावर में हुई आतंकी घटना में मारे गए मासूमों की आत्मिक शांति के लिए मेवात के स्कूलों में दुआएं मांगी गई। सुबह-सवेरे प्रार्थना के समय ही बच्चों ने दो मिनट का मौन धारण कर आंतकी घटना का शिकार हुए बच्चों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की। सभी ने एक सुर में यही दुआ मांगी कि या खुदा बच्चों को आत्मा को शांति मिले।

प्रभात सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भी छात्रों ने मौन रखा और घटना पर दुख व्यक्त किया। हालांकि सुबह स्कूल पहुंचने तक मेवात के अधिकांश बच्चों खासकर पहली से छठी कक्षा के विद्यार्थियों को पेशावर के आर्मी स्कूल में हुए आतंकी हमले की जानकारी नहीं थी। सुबह स्कूल मुखियाओं की ओर से जब बच्चों को इस बारे में बताया गया तो स्कूलों में कुछ समय के लिए सन्नाटा सा पसर गया। इसके बाद बच्चों ने खड़े होकर मारे गए मासूमों की आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन रख दुआ मांगी। जागरण से बातचीत में कुछ बच्चों ने घटना को इंसानियत के खिलाफ बताया। पांचवीं में पढ़ने वाली जुबैदा ने कहा कि उसे आतंकवाद के बारे में पूरा नहीं पता, लेकिन आतंकवाद से खून खराबा होता है। नौंवी कक्षा के सुहेल ने कहा कि स्कूल में घुसकर मासूमों पर कातिलाना हमला इंसानियत को शर्मसार कर गया। ऐसी घिनौनी हरकत करते तो शैतान की रूह कांप जाए। घटना को अंजाम देने वाले मानवता के ही नहीं बल्कि पूरी कायनात के दुश्मन हैं। सातवीं के जुबैर ने सहमते हुए कहा कि अल्लाह-ताला ऐसे लोगों को दोजख भी अता नहीं करेगा। उसने दुआ मांगते हुए कहा कि मारे गए बच्चों को अल्लाह जन्नत अता करे। इस दुआ के साथ ही झुंड में खड़े बच्चों ने आमीन बोलकर दुआ के कबूलनामे की फरियाद खुदा से की। शिक्षकों ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। कुछ शिक्षकों ने बताया कि जब बच्चों को घटना के बारे में बताया गया तो काफी बच्चे सहम गए। बच्चों की आंखों में डर साफ देखा गया। इन शिक्षकों ने कहा कि भगवान इन हत्यारों को कभी भी माफ नहीं करेगा।

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