लीड..डिप्टी मेयर पुत्र की तलाश में दिल्ली पुलिस से साधा संपर्क

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पंद्रह अक्टूबर से लापता गुड़गांव नगर निगम के डिप्टी मेयर परमिंदर कटा

By Edited By: Publish:Tue, 21 Oct 2014 06:51 PM (IST) Updated:Tue, 21 Oct 2014 06:51 PM (IST)
लीड..डिप्टी मेयर पुत्र की तलाश में दिल्ली पुलिस से साधा संपर्क

जागरण संवाददाता, गुड़गांव :

पंद्रह अक्टूबर से लापता गुड़गांव नगर निगम के डिप्टी मेयर परमिंदर कटारिया के पुत्र अमित (17) का अब तक सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में हर संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। गुड़गांव पुलिस ने इस संबंध में दिल्ली पुलिस से भी संपर्क साधा है। इसके अलावा पुलिस सोशल नेटवर्किंग साइटों का सहारा भी ले रही है। अमित के सहपाठियों तथा मित्रों से उसके विषय में जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द अमित को खोज लिया जाएगा।

अशोक विहार निवासी परमिंदर कटारिया का पुत्र अमित ज्ञानदीप स्कूल में 11वीं कक्षा का छात्र था। 15 अक्टूबर की शाम वह घर से ट्यूशन के लिए निकला था। उसका मोबाइल फोन घर पर ही छूट गया था। छात्र के देर रात तक घर वापस न आने पर परिजनों ने अपने स्तर पर उसकी खोजबीन की। दोस्त व रिश्तेदारों के यहां तलाश करने पर भी जब अमित का कोई पता नहीं चला, तो रविवार को सेक्टर-5 थाना पुलिस को सूचना दी गई।

अपहरण का मामला हुआ है दर्ज

अमित के मामले में पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है। उसके दोस्तों से पूछताछ करने के साथ मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। परिजनों से पूछताछ में अभी तक फिरौती के लिए अपहरण जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। प्रारंभिक छानबीन से माना जा रहा है कि अमित खुद ही कहीं चला गया है। पुलिस परिजनों से पता लगा रही है कि घर में कोई ऐसी बात तो नहीं हुई, जिसकी वजह से अमित नाराज हो गया हो?

अपनी मर्जी से गया है

अमित जहां भी गया है, खुद की मर्जी से गया है। अपहरण जैसी कोई बात नहीं है। किसी ने यदि फिरौती के लिए ऐसा किया होता, तो अब तक फोन आ जाता। अभी तक ऐसी कोई बात नहीं हुई है। घर में भी ऐसा कुछ नहीं हुआ, जिसकी वजह से अमित नाराज हुआ हो।

परमिंदर कटारिया, अमित के पिता व गुड़गांव नगर निगम के डिप्टी मेयर।

हर पहलू से की जा रही जांच

अमित का पता लगाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस टीम हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस के साथ अन्य पड़ोसी जिलों की पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है।

-रमेश पाल सिंह, एसीपी (सिटी)।

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