जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास करें स्वास्थ्य विभाग

जागरण संवाददाता फतेहाबाद देश में क्षय रोग (टीबी) एक गंभीर समस्या है इसलिए देश को क्षय र

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Sep 2019 04:50 PM (IST) Updated:Wed, 25 Sep 2019 10:16 PM (IST)
जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास करें स्वास्थ्य विभाग
जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास करें स्वास्थ्य विभाग

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

देश में क्षय रोग (टीबी) एक गंभीर समस्या है इसलिए देश को क्षय रोग मुक्त करने के लिए संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया गया है। स्वास्थ्य विभाग टीम टीबी मरीजों की पुष्टि करके उसके ठीक होने तक नजर रखे। इसके अलावा उसकी दवाई से लेकर डाइट तक की मॉनिटरिग करें। बिना डाइट के दवा शरीर को अंदर से खोखला कर देती है। बुधवार को स्थानीय उपायुक्त कार्यालय स्थित डीआरडीए बैठक कक्ष में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त धीरेन्द्र खड़गटा ने ये यह बात कही।

बैठक में उपायुक्त ने मरीजों के रजिस्ट्रेशन, फॉलोअप, सरकार की तरफ से दिए जाने वाले डाइट खर्च व प्रोत्साहन राशि की भी समीक्षा की। जिन मरीजों में टीबी की पुष्टि हुई है उनके एचआइवी टेस्ट हर हाल में किए जाएं। जिला में पांच फीसद मरीजों के टेस्ट नहीं हुए हैं। उपायुक्त ने बुजुर्ग मरीजों के पेंशन खाता के बैंक खाता डिटेल लेने के निर्देश दिए। इसके अलावा टीबी मरीजों के बैंक खाते खोलने में मदद करने के निर्देश दिए ताकि सरकार की तरफ से दी जाने वाली डाइट व प्रोत्साहन राशि दी जा सके।

उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को टीबी से संबंधित वाट्सअप ग्रुप बनाने के निर्देश दिए। ग्रुप के माध्यम से सामने आने वाली समस्याओं का समाधान किया जा सके। डीसी ने कहा कि योजना के तहत निजी क्षेत्र की टीबी देखभाल प्रदाता संस्थाओं को सरकार द्वारा प्रोत्साहित राशि भी उपलब्ध करवाई जाती है। यह राशि विभिन्न चरणों में दी जाती है। इस रोग से पीड़ित व्यक्तियों को पोषण सहायता के तहत प्रति माह की वित्तीय प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है, ताकि वह पोषण युक्त डाइट लेकर तेजी से इस रोग से निदान पा सके।

इस अवसर पर डीआरडीए मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल मित्तल, डीडीपीओ बलजीत सिंह चहल, रेडक्रॉस सोसायटी सचिव नरेश झांझड़ा, डिप्टी सीएमओ डा. हनुमान सिंह, टीबी रोग विशेषज्ञ डा. मनीष टुटेजा, आइएमए प्रधान डा. पवन मेहता, जिला कार्यक्रम संयोजक कपिल कुमार, पीपीएम संयोजक सुशील कुमार, निक्ष्य आप्रेटर बिमल रानी, डीआर टीबी व एचआइवी कोडिनेटर निर्मला, एसटीएस सुरेंद्र सिंह, संदीप कुमार, विनोद कुमार, नरेश कुमार, बसंत व इसके अलावा टीबी चैंपियन व ममता एनजीओ के सदस्य मौजूद थे।

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