दूषित पानी पीने से डायरिया की चपेट में आ रहे लोग, तीन महीने में आए 421 मामले

विनोद कुमार फतेहाबाद इस साल पिछले साल की अपेक्षा तापमान में बढ़ोतरी नहीं हुई है। फिर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 11:36 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 11:36 PM (IST)
दूषित पानी पीने से डायरिया की चपेट में आ रहे लोग, तीन महीने में आए 421 मामले
दूषित पानी पीने से डायरिया की चपेट में आ रहे लोग, तीन महीने में आए 421 मामले

विनोद कुमार, फतेहाबाद:

इस साल पिछले साल की अपेक्षा तापमान में बढ़ोतरी नहीं हुई है। फिर भी डायरिया का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा। वर्ष के शुरुआती तीन महीनों मे 421 मरीज डायरिया के सामने आ गए है। अकसर देखने में आता है कि गर्मी अधिक होने के कारण डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने भी माना है कि लोग दूषित पानी पी रहे है। पानी साफ न होने के कारण ही लोग इसकी चपेट में आ रहे है। इसके अलावा गलत खानपान के कारण दिन-प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। यहां तक की नीम-हकीमों के यहां भी मरीजों की लाइन लगी हुई है।

पिछले साल डायरिया ने जिले में खूब कहर बरपाया था। रतिया क्षेत्र के तीन से चार गांव ऐसे थे जहां 100 से अधिक लोग बीमार हो गए और चार लोगों की मौत भी हो गई थी। हालांकि विभाग इस मौत का कारण डायरिया न मानकर हैजा बता रहा है। लेकिन मौत तो इसी बीमारी से हुई थी। रतिया के गांव नंगल, बबनपुर, ब्राह्मणवाला में करीब 100 से अधिक लोग डायरिया की चपेट में आ गए थे। मामला इतना बढ़ गया था कि चंडीगढ़ से स्वास्थ्य विभाग की टीम को आना पड़ा। वहीं लोकल स्तर पर चिकित्सकों की टीम गांव में लगा दी। जब तक सारे मरीज ठीक नहीं हो गए तब तक गांव से डॉक्टर भी नहीं आए थे। इस साल जिस तरह मरीज बढ़ रहे है उससे अनुमान ही लगाया जा रहा है कि गर्मी के दिनों में हालात खराब होने वाले है।

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यह रही स्थिति

वर्ष केस सामने आए

2016 : 4925

2017 : 4502

2018 : 3951

2019 : 421 मार्च महीने तक

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यह हैं डायरिया के मुख्य कारण

डायरिया के मुख्य कारण एकाएक मौसम का बदलना, दूषित पानी पीने व फल खाने के कारण होता है। आमतौर पर दूषित पानी डायरिया की सबसे बड़ी वजह है। गर्मियों में दूषित पानी पीने के कारण पेट में गंदगी चली जाती है, जो उल्टी, डायरिया व अन्य बीमारी का कारण बनता है। फूड पॉयजनिग से भी दस्त लग जाते हैं। गर्मियों में ज्यादा मिर्च मसाले वाला भोजन खाने के कारण भी डायरिया हो जाता है। इसके अलावा हम अपने भोजन का भी ध्यान नहीं रखते।

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डायरिया के लक्षण और बचाव के उपाय

24 घंटे में तीन बार से ज्यादा दस्त आना डायरिया होता है। मरीज को पानी उबालकर ठंडा करके पीना चाहिए। तेज मसाले वाली चीजें न खाएं। लिक्विड लें और ओआरएस का घोल लें। इसके अलावा अगर घर में पानी की लीकेज है तो उसे जल्द ठीक करवाएं। बर्तनों को ढककर रखें। --------------------------गर्मी में डायरिया फैलने का खतरा रहता है। विभाग के कर्मचारी पानी के सैंपल ले रहे है। पिछले साल रतिया में डायरिया का प्रकोप अधिक था। इस बार 421 मामले सामने आया है। पिछले तीन चार सालों से डायरिया का प्रकोप कम होता जा रहा है। अगर थोड़ी सी सावधानी बरते तो इस बीमारी से निजात मिल सकता है। इसके अलावा घर-घर जाकर ओआरएस के पैकेट बांटे जा रहे हैं।

डा. विष्णु, जिला महामारी अधिकारी, फतेहाबाद

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