लापता किशोर का घग्गर नदी में मिला शव

संवाद सूत्र रतिया मंगलवार शाम से शहर के वार्ड नंबर चार से लापता हुए 15 वर्षीय लवप्रीत उफ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 May 2022 11:35 PM (IST) Updated:Wed, 18 May 2022 11:35 PM (IST)
लापता किशोर का घग्गर नदी में मिला शव
लापता किशोर का घग्गर नदी में मिला शव

संवाद सूत्र, रतिया :

मंगलवार शाम से शहर के वार्ड नंबर चार से लापता हुए 15 वर्षीय लवप्रीत उर्फ पिकू का शव वार्ड के समीप घग्गर नदी में पाया गया। परिजनों ने पुलिस के समक्ष किशोर की हत्या कर शव घग्गर नदी में फेंकने का आरोप लगाया है। इन आरोपों के पश्चात मृतक किशोर के परिजनों ने अस्पताल में भी पुलिस के समक्ष जमकर हंगामा किया और चेतावनी दी कि जब तक इसकी हत्या के हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता, तब तक वह पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे और जहां तक की अस्पताल के बाहर रतिया-बुढ़लाड़ा मार्ग के स्टेट हाईवे पर जाम भी लगा देंगे। परिजनों की इस चेतावनी के पश्चात पुलिस पूरी तरह हरकत में आ गई और मृतक के भाई रवि के बयानों पर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी। मृतक के भाई ने पुलिस के समक्ष अनेक युवकों के भी नाम उजागर किए हैं, जिन पर हत्या की आशंका जाहिर की है। पुलिस ने इसके बाद टीम गठित करके जांच शुरू कर दी।

इससे मृतक किशोर लवप्रीत के चाचा सुखा सिंह ने शहर थाना में रपट दायर करवाते हुए बताया था कि उसका भतीजा मंगलवार सायं साढ़े पांच बजे वार्ड के शुभम पुत्र काला के साथ सर्विस स्टेशन के पास खड़ा था। इसी दौरान घग्गर नदी के समीप 2 पक्षों में आपसी झगड़ा हो रहा था। जहां पर 2-3 गाडिय़ां भी आई थी। उन्होंने पुलिस के समक्ष संदेह करते हुए कहा था कि इन झगड़ा करने वालों ने ही उसके भतीजे को छुपा रखा है। उन्होंने इस दौरान हादसे का भी अंदेशा लगाया था। इस रपट के पश्चात जब पुलिस ने घग्गर नदी के समीप तहकीकात शुरू की। तो वहां पर लवप्रीत की चप्पलें व परना आदि पड़ा था, जिसके पश्चात शहर थाना के प्रभारी रुपेश चौधरी के अलावा अन्य पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और उन्होंने चप्पलों व कपड़ा देखकर किशोर की मौत का संदेह हो गया। करनाल से गोताखोर :

घग्गर नदी में पानी करीब 25 फुट गहरा होने के कारण पुलिस ने मधुवन करनाल से ही गोताखोरों की टीमें बुला ली। गोताखोरों ने काफी मशक्कत के पश्चात उपरोक्त गायब हुए किशोर के शव को घग्गर नदी से बाहर निकाला तो पूरी कालोनी में ही कोहराम मच गया। शव को देख कर परिवार के लोगों ने जमकर हंगामा किया और आरोप लगाया कि शहर में बढ़ रही गुंडागर्दी के चलते ही इस तरह की घटना घटी है। उन्होंने आरोप लगाया कि घग्गर नदी के समीप झगड़ा करने वाले दोनों गुटों के लोगों ने इस हादसे को अंजाम दिया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के पश्चात जहां उसे पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में भेज दिया था, वहीं शव की जांच करवाने के लिए एफएसएल की टीम इंचार्ज डा. जोगिद्र सिंह के नेतृत्व में रतिया पहुंच गई थी और उन्होंने शव की तहकीकात की तो कहीं भी चोट के निशान नहीं थे, मगर पुलिस ने स्पष्ट किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के पश्चात पुष्टि हो पाएगी। बताया जाता है कि उपरोक्त किशोर की मौत को लेकर उनके परिजनों ने अस्पताल में काफी विवाद किया और हत्यारों को गिरफ्तार करने की भी मांग कर रहे थे। इस स्थिति को देखते हुए मौके पर पहुंचे शहर थाना प्रभारी रूपेश चौधरी ने आश्वासन दिया कि जो भी उनके बयान होंगे, उसी के तहत ही कार्रवाई की जाएगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। इस आश्वासन के पश्चात मृतक के भाई रवि ने पुलिस के समक्ष बयान दिए जिसमें शहर व विभिन्न गांवों के करीब आधा दर्जन लोगों के नाम पुलिस को बताएं और इन पर ही हत्या करने का संदेह व्यक्त किया गया।

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