सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शाम 4 बजे के बाद नहीं मिलतीं आपातकालीन सेवाएं

संवाद सूत्र भूना सुविधाओं के अभाव के चलते सुर्खियों में रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना म

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 10:35 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 06:17 AM (IST)
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शाम 4 बजे के बाद नहीं मिलतीं आपातकालीन सेवाएं
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शाम 4 बजे के बाद नहीं मिलतीं आपातकालीन सेवाएं

संवाद सूत्र, भूना :

सुविधाओं के अभाव के चलते सुर्खियों में रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना में शाम 4 बजे के बाद आपातकालीन सेवाएं ठप पड़ी हैं। इसके चलते आपातकाल में आने वाले मरीजों की जिदगी दाव पर लग रही है। चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे इस सीएचसी में आपातकालीन सुविधाएं बंद होने के कारण लोगों की आशाएं ही धूमिल हो चुकी हैं। वर्तमान में कोहरे का दौर शुरू हो चुका है, ऐसे में किसी भी सड़क दुर्घटना से पीड़ित लोगों को उपचार के लिए टोहाना, फतेहाबाद अथवा अग्रोहा तक का लंबा सफर तय करना पड़ सकता है। तीनों केंद्र 25 से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होने के कारण मरीजों की जान जोखिम में पड़ सकती है और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ सकता है। आमतौर पर भी इमरजेंसी केस को रेफर किया जा रहा है।

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शाम 4 बजे से सुबह 9 बजे तक नहीं सुविधा :----

प्रतिदिन शाम 4 बजे ही ओपीडी का कार्य समाप्त होने के बाद इमरजेंसी सेवाएं भी बंद हो जाती हैं। जिसके बाद किसी भी प्रकार से मरीजों की जांच नहीं की जाती। ऐसे में शाम 4 बजे से अगली सुबह 9 बजे तक आने वाले मरीजों को मरहम- पट्टी अथवा अन्य जांच के लिए निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ रही है। विषम परिस्थितियों से जूझ रहे मरीजों को कस्बे से 32 किलोमीटर दूर अग्रोहा मेडिकल या 28 किलोमीटर दूर नागरिक अस्पताल टोहाना अथवा 27 किलोमीटर नागरिक अस्पताल फतेहाबाद जाना पड़ रहा। सामान्य तौर पर उपरोक्त केंद्रों पर पहुंचने में भले ही 30 से 35 मिनट का समय लगता हो, लेकिन कोहरे के चलते करीब पौने घंटे में इन केंद्रों तक पहुंचा जा सकेगा और इस दौरान मरीज की जान को जोखिम बना रहेगा।

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एकमात्र चिकित्सक नियुक्त के भरोसे है व्यवस्था

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना के अधीनस्थ पिरथला, झलनियां, नहला, भूना व मोहम्मदपुर रोही आदि पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 28 गांव आते हैं। जिनके लोगों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी सीएचसी भूना पर है। विडंबना यह है कि हजारों लोगों की स्वास्थ्य का जिम्मा उठाने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना का सारा कार्यभार एकमात्र चिकित्सक के कंधे पर है। शेष चिकित्सकों के पद रिक्त होने के कारण आपातकालीन सेवाएं भी चरमरा गई हैं।

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भूना में चिकित्सकों के पद रिक्त होने के कारण सीएमओ के आदेशों पर आपातकालीन सेवाएं बंद की गई हैं और जिन केंद्रों पर अतिरिक्त डाक्टर डयूटी पर तैनात हैं, उन्हें भी इमरजेंसी में टोहाना अथवा फतेहाबाद नियुक्त किया गया है, जबकि भूना के साथ लगते टोहाना व फतेहाबाद में 24 घंटे सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। कार्य दिवस पर सुबह 9 बजे से सांय 4 बजे तक इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की वे स्वयं जांच कर रहे हैं।

डा. रूस्तम, कार्यवाहक एसएमओ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना

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