हंगामें के बाद तय समय पर नहीं खुला डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर, स्वच्छ सर्वेक्षण से पहले झटका

जागरण संवाददाता फतेहाबाद स्वच्छ सर्वेक्षण से पहले एक बड़ा झटका लगा है। 1 जनवरी को डो

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jan 2020 12:05 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jan 2020 12:05 AM (IST)
हंगामें के बाद तय समय पर नहीं खुला डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर, स्वच्छ सर्वेक्षण से पहले  झटका
हंगामें के बाद तय समय पर नहीं खुला डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर, स्वच्छ सर्वेक्षण से पहले झटका

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

स्वच्छ सर्वेक्षण से पहले एक बड़ा झटका लगा है। 1 जनवरी को डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर खुलना था। लेकिन पार्षदों द्वारा हंगामा कर देने से इसे रोक दिया गया है। वहीं शौचालयों का ठेका देने का टेंडर भी अधर में लटक गया है। ऐसे में 4 जनवरी से शुरू होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में इसका नुकसान नप अधिकारियों को उठाना पड़ेगा। मौजूदा समय में शौचालय का ठेका एक महीने पहले ही खत्म हो गया है। ऐसे में शहर में बने सार्वजनिक शौचालयों की हालत खस्ता है। इसके अलावा डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर अब रूक जाने के कारण अंकों पर इसका असर देखने को मिलेगा।

पिछले साल की 31 दिसंबर को करीब पांच पार्षदों ने डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए लगाई गई शर्तो का विरोध किया था। अधिकारियों पर गलत शर्तें लगाने का आरोप भी लगाया था। पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि यह टेंडर नहीं होने वाला है।

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दिनभर अधिकारियों की चलती रही बैठक

डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर देने के लिए बुधवार शाम 4 बजे टेंडर खोलना था। टेंडर से पहले ही पार्षदों ने हंगामा करने के बाद अधिकारियों ने भी सोच लिया था कि टेंडर खोलना मुश्किल होगा। बुधवार सुबह से ही अधिकारी डीसी से मिलकर टेंडर के बारे में बाते करते रहे। वहीं विरोधी पार्षद भी विधायक से मिले और टेंडर न खोलने की बात भी रखी। इसका नतीजा ये रहा कि तय समय पर टेंडर नहीं खुल पाया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले में कुछ भी नहीं कह सकते। इसके अलावा नप प्रधान ने कहा कि पहले वे मामला निपटाएंगे और उसके बाद टेंडर खोला जाएगा।

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स्वच्छ सर्वेक्षण पर पड़ेगा असर

तय समय पर ना तो डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का टेंडर हो सका और ना ही शौचालयों का टेंडर हुआ। करीब एक महीने पहले नप ने पुराने ठेकेदार का टेंडर इसलिए रद कर दिया था कि सार्वजनिक शौचालयों की सफाई नहीं हो रही थी। नप ने टेंडर भी लगा दिया कि स्वच्छ सर्वेक्षण से पूर्व इस टेंडर को खोल दिया जाएगा। लेकिन अब पार्षदों के विरोध के बाद ये दोनों टेंडर ही नहीं खुल पाए है। अब शौचालयों की हालत ऐसी है कि अगर टीम निरीक्षण करने पहुंच गई तो आधे अंक कट जाएंगे। मंगलवार को प्रथम क्वाटर व द्वितीय क्वाटर के परिणाम में जिले के शहर ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन अब टेंडर में हो रही देरी के बाद उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

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डोर-टू-डोर के लिए नप ने यह तय की राशि

सुविधा संख्या राशि

टाटा एस 25 7,50000

ट्रैक्टर ट्राली 04 1,77,240

ई-रिक्शा 05 1,00000

जेसीबी 01 86280

स्वीपर 70 8,37,200

टोटल 19,50,720

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कंपोस्टिग के लिए यह तय की राशि

सुविधा संख्या राशि

जेसीबी 1 1,72,560

ट्रैक्टर ट्रॉली 2 88620

स्वीपर 45 5,38,200

टोटल 7,99,380

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जानिएं जिले के किसी शहर में कितनी आबादी

शहर आबादी

फतेहाबाद नगरपरिषद 1 लाख 25 हजार

टोहाना नगरपरिषद 1 लाख

जाखल नगरपालिका 35 हजार

रतिया नगरपालिका। 70 हजार

भूना 30 हजार

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इन शहरों में इतना निकलता है कूड़ा

शहर टन

फतेहाबाद 25

टोहाना 20

रतिया 15

भूना 10

जाखल 10

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जब तक पार्षद पूरी तरह सहमत नहीं होंगे तब तक कोई भी टेंडर नहीं खोला जाएगा। बृहस्पतिवार को नप कार्यालय में बैठक की जाएगी। बैठक में सभी प्रकार की शर्तो पर विचार विमर्श किया जाएगा। जब तक पूरी तरह स्थिति स्पष्ट नहीं होगी तब तक कोई काम नहीं होगा। अधिकारी भी अपनी बात रखेंगे और पार्षद भी।

दर्शन नागपाल

प्रधान नगरपरिषद फतेहाबाद।

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