डायरिया के 11 मरीज और आए सामने, अस्पताल में करवाया भर्ती

संवाद सूत्र, रतिया गांव बबनपुर में डायरिया की बीमारी की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमों न

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Jun 2018 10:54 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jun 2018 10:54 PM (IST)
डायरिया के 11 मरीज और आए सामने, अस्पताल में करवाया भर्ती
डायरिया के 11 मरीज और आए सामने, अस्पताल में करवाया भर्ती

संवाद सूत्र, रतिया

गांव बबनपुर में डायरिया की बीमारी की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने तीसरे दिन भी पीड़ित मरीजों की जांच की। जांच के दौरान करीब 11 नए मरीज पाए जाने पर उपचार के लिए रतिया के सरकारी अस्पताल में भेजा गया। वहीं दूसरी तरफ गांव में पीने के पानी की सप्लाई आरम्भ करके स्वास्थ्य विभाग ने जहां पानी के 4 बॉयोलोजीकल टेस्ट लेकर जांच के लिए फतेहाबाद की लैब में भेजे गए, वहीं 10 ओटी टेस्ट लिए गए, जिसमें 2 नेगेटिव पाए गए, क्योंकि उसमें क्लोरीन की मात्रा नहीं थी। डा. कमल बेनीवाल के नेतृत्व में टीम तीसरे दिन भी गांव में डट रही। इस टीम में हेल्थ इंस्पेक्टर राजेश श्योकंद के अलावा हरभजन कौर, अमृतपाल कौर, परमजीत कौर आदि शामिल थे। डा. बेनीवाल ने बताया

कि गांव के सचिवालय में लगाए गए कैम्प के दौरान पुराने मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई थी, जिसमें अधिकांश मरीजों की स्थिति पहले से काफी बेहतर थी। उन्होंने बताया कि आज डायरिया से पीड़ित 11 नए मरीज पाए गए हैं, जिनका उपचार किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर में पानी की टंकियों के अलावा कूलरों आदि की विशेष जांच की। इस जांच के दौरान किसी भी घर में लारवा नहीं पाया गया। इसके अलावा गांव के टयूबवेलों की सप्लाई को आरम्भ करके विभिन्न सैंपल भी लिए गए और उपरोक्त सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा गया। ओटी टेस्ट के तहत एक क्षेत्र का पानी नैगेटिव पाया गया है, जिसके लिए विभाग को क्लोरीन की मात्रा को पूरा करने की हिदायतें दी गई हैं।

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क्या कहते हैं चिकित्सक

सिविल अस्पताल के निवर्तमान मुख्य चिकित्सक डा. विजय जैन से बात की तो उन्होंने बताया कि गांव में डायरिया की बीमारी पर काफी नियंत्रण है और ओपीडी के 11 नए मरीज आए। जिसमें 4 मरीजों को अस्पताल में दाखिल किया गया है। उन्होंने बताया कि गांव में पानी के सैंपल लिए गए थे, उसमें से एक टयूबवेल का डोजर ठीक न होने के कारण जनस्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा गया है और उसमें स्पष्ट कहा गया है कि विभाग या तो उपरोक्त टयूबवेल की पानी की सप्लाई बंद कर दे या उस पर डोजर को ठीक करे। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों जो स्टूल सैंपल लिए गए थे उसमें 2 में विपरो क्लोरा नहीं पाया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम उपरोक्त गांव में तैनात रहेगी और इसके लिए डा. अनुज गुप्ता की विशेष डयूटी लगाई गई है।

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