स्वास्थ्य विभाग के बाद जिला प्रशासन ने शुरू किया डोर-टू-डोर सर्वे

जागरण संवाददाता फतेहाबाद जिले में कोरोना के संकट को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग व जिल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Jun 2020 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 24 Jun 2020 08:00 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग के बाद जिला प्रशासन ने शुरू किया डोर-टू-डोर सर्वे
स्वास्थ्य विभाग के बाद जिला प्रशासन ने शुरू किया डोर-टू-डोर सर्वे

जागरण, संवाददाता, फतेहाबाद : जिले में कोरोना के संकट को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। इसका असर आने वाले समय में देखने को मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग पिछले चार मरीनों से पूरे जिले का सर्वे करवा रहा है। पहले दो चरणों में केवल लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। लेकिन तीसरे चरण में लोगों की उम्र व बीमारी की जानकारी ली गई। यह सर्वे भी खत्म हो गया है। जिले के 75 हजार लोगों को हाई रिस्क में शामिल किया गया है। ये वो लोग है जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है। इसके अलावा गर्भवती महिला व बीमार व्यक्तियों को इसमें शामिल किया है। वहीं अब जिला प्रशासन ने अध्यापकों के सहयोग से सर्वे शुरू करवा दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने 60 साल के उम्र के लोगों की जांच की थी। लेकिन अध्यापकों को कहा गया है कि वे 80 साल से अधिक उम्र का डाटा इकट्ठा करे। गंभीर बीमारी का डाटा भी इसमें इकट्ठा किया जाएगा।

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स्वास्थ्य विभाग ने दो बार की स्क्रीनिग

12 लाख आबादी वाले फतेहाबाद जिले में कोरोना के मरीज बढ़ रहे है। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज आने के बाद सर्वे शुरू कर दिया गया था जो अब पूरा हो गया है। जिले में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमों ने 1 लाख 82 हजार 997 घरों का सर्वे किया। जिसमें 9 लाख 66 हजार 655 लोगों की स्क्रीनिग की गई है। दो चरण का अभियान पूरा होने के बाद इसे बंद कर दिया गया था। सात दिन बाद तीसरे चरण का सर्वे पूरा किया गया था जो अब पूरा हो चुका है।

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आशा वर्करों व हेल्थ कर्मचारी ने किया सर्वे

जिले में सभी आशा वर्करों, डाक्टरों व हेल्थ वर्करों की छुट्टियां रद हैं। अगर किसी को जरूरी काम होता है तो उसे छुट्टी दी जा रही है। स्क्रीनिग सर्वे का करवाने का मुख्य उद्देश्य कोरोना वायरस के सामुदायिक केंद्र के बारे में भी जानना है। अभी तक जिले में ऐसा कोई मामला नहीं आया है। वहीं प्रत्येक गांव में मोबाइल वैन जा रही है। जिसमें डाक्टरों की टीम के अलावा दवाई लेकर टीम जा रही है। गांव के मंदिर या चौपाल में यह कैंप लगाया जा रहा है। यहां पर कोई भी अपना चेकअप करवा सकता है। यहां पर अगर टीम को लगता है कि बीमार है तो उनके सैंपल लिए गए। तीनों चरणों का सर्वे आशा वर्करों व हेल्थ वर्करों ने पूरा किया है।

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आंकड़ों पर एक नजर

स्वास्थ्य विभाग की टीमें : 570

आशा वर्कर : 840

एएनएम : 230

बहुउद्देश्यीय कर्मचारी : 90

पहले चरण में घरों में गई टीम : 1,82,997

लोगों की स्क्रीनिग : 9,66,655

दूसरे चरण में घरों में गई टीम : 1,82,989

लोगों की स्क्रीनिग : 9,66,193

तीसरे चरण में घरों का सर्वे : 1,82,892

लोगों की स्क्रीनिग : 9,65,720

जिले में विदेशों से आए लोग : 270

सरकार द्वारा छूट देने के बाद विदेश से आए लोग : 49

विदेश से आए लोग कोरोना पॉजिटिव मिले : 5

विदेश से आए लोग डिस्चार्ज हुए : 2

जिले में दूसरे जिले व राज्य से आए लोग : 14,531

जिले के मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती : 2

मोबाइल टीम : 17

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जिले में तीन चरणों का सर्वे पूरा हो चुका है। तीसरे चरण में लोगों के स्वास्थ्य की जांच के अलावा बीमारी कौन सी है इसका डाटा इकट्ठा किया गया है। अब सर्वे पूरा हो गया है। आने वाले समय में अगर कोरोना के मरीज बढ़ते है तो यह सर्वे काम आएगी।

नरेंद्र खरब

कोऑर्डिनेटर, जिला सर्वे टीम स्वास्थ्य विभाग फतेहाबाद।

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