Raju Srivastava और उनके पिता में थी 2 कॉमन बातें, चर्चित कवि ने दी अहम जानकारी

RIP Raju Srivastava राजू श्रीवास्तव का फरीदाबाद के लोगों ने लगाव रहा है। वह शहर के कवियों साहित्यसेवियों और साहित्यिक संस्थाओं से जुड़े रहे थे। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की मुख्य चाैपाल पर जब वह 12 फरवरी 2018 को प्रस्तुति देने आए थे तो उनके प्रशंसकों नेे जमकर सराहा था।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 22 Sep 2022 05:12 AM (IST) Updated:Thu, 22 Sep 2022 07:38 AM (IST)
Raju Srivastava और उनके पिता में थी 2 कॉमन बातें, चर्चित कवि ने दी अहम जानकारी
देश के मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव की फाइल फोटो।

फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। देश के मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का असामायिक निधन कामेडी के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है। राजू एक सहज,सरल व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने अपनी शुरुआत भले ही मिमिक्री से की थी। लेकिन बाद में उन्होंने आम जन से जड़े मुद्दों को लेकर हास्य पैदा किया।

पिता-पुत्र की मौत हुई हार्ट अटैक से

कला उन्हें विरासत में मिली थी। उनके पिता बलई काका लोकभाषा के कवि थे। दुर्भाग्य से उनका निधन भी उन्नाव कवि सम्मेलन के मंच पर हार्ट अटैक के कारण हुआ था। यह जानकारी दी है कि चर्चित हास्य कवि मनजीत सिंह ने। राजू श्रीवास्तव और उनके पिता में दो कॉमन बातें थी। पहली दोनों कलाकार थे और दोनों की मौत हार्ट अटैक से हुई। 

यारों के यार थे राजू श्रीवास्तव

उनक कहना है कि चूंकि राजू श्रीवास्तव स्टैंड अप कामेडियन थे। कवि सम्मेलन के मंचों पर उनका कम ही आना होता था। मेरी उनकी मुलाकात महाराष्ट्र के ठाणे के मंच पर हुई थी। वे यारों के यार थे। ठहाके बांटना उनकी प्रकृति में था। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।

जीवनभर जुड़ीं रहे उनकी यादें

वहीं, प्रसिद्ध कवि दिनेश रघुवंशी का कहना है कि राजू श्रीवास्तव कलाकार के साथ ही बहुत अच्छे इंसान थे। वह मेरे घर परवािर सहित पांंच बार आए थे। उन्होंने अपने संघर्ष के दौर के जीवन को भी साझा किया था। वह कभी हिम्मत हारने वाले नहीं थे। उनकी यादें जीवन भर जुड़ी रहेंगी और वह रहती दुनिया के अपनी कला के बूते अपने प्रशसकोें के दिलों पर राज करते रहेंगे। 

हम सबको रुला गए

विनोद मलिक (संस्थापक, फरीदाबाद साहित्यिक एवं सांस्कृतिक केंद्र (एफएलसीसी) का कहना है कि सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार, राजू श्रीवास्तव के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। पर्दे पर हो या वास्तविक जीवन में उन्होंने हमेशा सबको हंसी का उपहार दिया है। कई सालों तक उन्होंने प्रशंसकोें को हंसाया, गुदगुदाया और लोगों के हर गम को कुछ पल के लिए ही सही, दूर करने का काम किया। सबको हंसाने वाले कामेडियन सबको रुलाकर हमेशा के लिए इस दुनिया से चले गए।

मनमोहन गुप्ता (भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा सदस्य, केंद्रीय चुनाव प्रवास समिति) के मुताबिक, राजू श्रीवास्तव सरल हृदय के व्यक्ति थे। उन्होंने हमारी पार्टी और देशहित मे कई काम किए।उन्हाेंने देश ही नहीं, अपनी कला से पूरी दुनिया को हंसाया और गुदगुदाया। वह तो हंसते-हंसते अपने चाहने वालों को रुला गए। केंद्रीय चुनाव प्रवास समिति की ओर से वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मेरा उनसे मिलना हुआ था। कला जगत में उनकी कमी को कोई पूरा नहींं कर सकता।

स्वदेश सत्यार्थी (प्रधान, महिला प्रकोष्ठ, आर्य समाज नंबर चार) की मानें तो मशहूर हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव ने गजोधर भैया के नाम से पर्दे पर अपनी अदाकारी से धूम मचाकर लोगों के दिल में अपनी अलग जगह बनाई थी। बेहद नेकदिल और मंझे हुए कलाकार के असामयिक निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं और शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।

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