विवाद के बावजूद सम्राट मिहिर भोज और राजा अनंगपाल की हुई मूर्ति स्थापित

विवाद के बावजूद अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने रविवार को गांव अनंगपुर में सम्राट मिहिर भोज और दिल्ली के पूर्व शासक राजा अनंगपाल की मूर्ति स्थापना कर दी। गुर्जर महासभा ने कार्यक्रम में 16 राज्यों से गुर्जर पदाधिकारियों के आने का दावा किया था।इस दौरान 200-250 लोग एकत्र हुए।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 08 Aug 2021 01:31 PM (IST) Updated:Sun, 08 Aug 2021 01:31 PM (IST)
विवाद के बावजूद सम्राट मिहिर भोज और राजा अनंगपाल की हुई मूर्ति स्थापित
पुलिस आयोजकों के खिलाफ कोविड नियमों के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है।

फरीदाबाद [हरेंद्र नागर]। विवाद के बावजूद अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने रविवार को गांव अनंगपुर में सम्राट मिहिर भोज और दिल्ली के पूर्व शासक राजा अनंगपाल की मूर्ति स्थापना कर दी। गुर्जर महासभा ने कार्यक्रम में 16 राज्यों से गुर्जर पदाधिकारियों के आने का दावा किया था। इस दौरान 200-250 लोग एकत्र हुए। राजपूत समाज ने सम्राट महिर भोज और राजा अनंगपाल को गुर्जर बताए जाने पर ऐतराज जताते हुए इस कार्यक्रम का विरोध किया था।

उन्होंने कहा कि ये दोनों शासक राजपूत थे। मूर्ति स्थापना का यह कार्यक्रम रुकवाने के लिए राजपूत समाज ने पुलिस को शिकायत भी दी थी। वहीं दूसरी तरफ गुर्जर महासभा ने पुराने शिलालेख, विदेशी यात्रियों की किताबों और ग्रंथों का हवाला देकर दोनों को गुर्जर बताया था।

पुलिस की तरफ से गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों को बुलाकर कार्यक्रम रद करने के लिए कहा गया था, मगर उन्होंने इससे साफ इन्कार कर दिया। अब पुलिस आयोजकों के खिलाफ कोविड नियमों के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है।

गुर्जरों के बड़े नेता केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, पूर्व सांसद अवतार भडाना और पूर्व मंत्री करतार भडाना ने खुद को इस कार्यक्रम से पूरी तरह अलग रखा और वे मूर्ति स्थापना में नहीं पहुंचे। गुर्जर महासभा ने पहले केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यक्रम में पहुंचने का दावा किया था, मगर उन्होंने इस कार्यक्रम से खुद को पूरी तरह अलग रखा।

chat bot
आपका साथी