ग्रामीणों ने खंदावली स्कूल के गेट पर जड़ा ताला

शिक्षकों के अभाव में ग्रामीणों ने खंदावली स्कूल के गेट पर जड़ा तालाराजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गांव खंदावली में छात्र-छात्राओं की संख्या 11 सौ है। जबकि अब ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों की बजाय निजी स्कूलों में पढ़ाते हैं। गांव खंदावली मेव बाहुल्य है। यहां पर बच्चे मदरसे में पढ़ने जाते हैं लेकिन वैसे वे सिर्फ सरकारी अस्पताल में पढ़ते हैं। इसी वजह से गांव के स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या 11 सौ है। नियम के अनुसार स्कूल में 30 शिक्षक होने चाहिए। जबकि स्कूल में सिर्फ अभी तक 12 शिक्षक हैं। स्कूल में हिदी गणित अंग्रेजी विज्ञान शारीरिक शिक्षा के शिक्षक नहीं हैं। जिससे बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 May 2019 06:27 PM (IST) Updated:Mon, 27 May 2019 06:27 PM (IST)
ग्रामीणों ने खंदावली स्कूल 
के गेट पर जड़ा ताला
ग्रामीणों ने खंदावली स्कूल के गेट पर जड़ा ताला

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़: शिक्षकों के अभाव में ग्रामीणों ने खंदावली स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गांव खंदावली में छात्र-छात्राओं की संख्या 11 सौ है। गांव खंदावली मेव बाहुल्य है। यहां पर बच्चे मदरसे में पढ़ने जाते हैं, लेकिन वैसे वे सिर्फ सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। इसी वजह से गांव के स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या 11 सौ है। नियम के अनुसार स्कूल में 30 शिक्षक होने चाहिए। जबकि स्कूल में सिर्फ अभी तक 12 शिक्षक हैं। स्कूल में हिदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, शारीरिक शिक्षा के शिक्षक नहीं हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाती है। स्कूल में नौवीं से 12 तक पढ़ाने वाले शिक्षक नहीं है। जबकि गांव में 1100 विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। हमने शिक्षकों की कमी के बारे में विधायक टेकचंद शर्मा से कई बार मांग की है। जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित में प्रस्ताव सौंपा है। कोई भी शिक्षकों की कमी को पूरा करने के बारे में कार्रवाई नहीं कर पाया है।

-निसार अहमद, सरपंच, खंदावली

मेरे गांव के सरपंच से मोबाइल फोन पर बातचीत हो पाई है। मैंने सरपंच से कहा है कि मंगलवार को स्कूल आऊंगी। वहां पर ग्रामीणों के साथ बैठ कर समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे।

-प्रेमलता वोहरा, खंड शिक्षा अधिकारी, बल्लभगढ़

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