गिरदावरी रिपोर्ट को लेकर राजस्व विभाग के छूटे पसीने, दिन रात काम कर रहे पटवारी

बाढड़ा : बाढड़ा उपमंडल में असमय बरसात, अज्ञात बीमारी से खराब हुई नरमा, ग्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Oct 2018 12:23 AM (IST) Updated:Sat, 20 Oct 2018 12:23 AM (IST)
गिरदावरी रिपोर्ट को लेकर राजस्व विभाग के छूटे पसीने, दिन रात काम कर रहे पटवारी
गिरदावरी रिपोर्ट को लेकर राजस्व विभाग के छूटे पसीने, दिन रात काम कर रहे पटवारी

संवाद सहयोगी, बाढड़ा : बाढड़ा उपमंडल में असमय बरसात, अज्ञात बीमारी से खराब हुई नरमा, ग्वार व बाजरा की फसलों की गिरदावरी रिपोर्ट बनाने में राजस्व विभाग के पसीने छूटे हुए गए हैं। राजस्व विभाग के 17 पटवारियों को 54 गांवों की 37 हजार हेक्टेयर भूमि की रिपोर्ट तैयार करने में दिन रात काम पूरा करना पड़ रहा है। एक पटवारी पर चार से पांच गांवों का जिम्मा सौंपने से विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे है।

बाढड़ा उपमंडल में सितंबर माह में हुई असमय बरसात, अज्ञात बीमारी से किसानों की नरमा, ग्वार, बाजरा की फसल बर्बाद हो गई थी। क्षेत्र के किसानों ने प्राकृतिक आपदा को देखते हुए प्रशासन से प्रभावित क्षेत्र की स्पेशल गिरदावरी करवा कर मुआवजे की अपील की लेकिन कोई सुनवाई न होने पर उन्होंने बेमियादी धरना शुरू कर दिया। किसानों के धरने पर कांग्रेस की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद श्रुति चौधरी, सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा, पूर्व विधायक रणबीर महेंद्रा, पूर्वमंत्री सतपाल सांगवान, सांसद दुष्यंत ¨सह चौटाला, पूर्व मंत्री किरण चौधरी इत्यादि अनेक नेताओं ने पहुंच कर किसानों को समर्थन दिया था।

किसानों ने 12 अक्टूबर को किसान महापंचायत आयोजित कर एसडीएम कार्यालय के घेराव का एलान कर दिया था। इसके बाद महापंचायत में भाजपा विधायक सुख¨वद्र मांढी ने किसानों की बाजरा खरीद शुरू करने, गिरदावरी रिपोर्ट में खराबा दर्शाकर मुआवजा देने, आगामी तीन माह में ही वर्ष 2017 का बकाया मुआवजा वितरण करवाने का आश्वासन दिया था।

राजस्व विभाग ने आनन-फानन में गिरदावरी में मौजूदा रकबे के नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार करनी आरंभ कर दी लेकिन स्टाफ की कमी के कारण निर्धारित समयावधि में रिपोर्ट तैयार करना मुश्किल दिखाई दे रहा है। क्षेत्र के 11 गांवों के चकबंदी व शेष बचे 43 गांवों के राजस्व विभाग से जुड़ा होने के कारण राजस्व से मात्र 13 पटवारी व चकबंदी से मात्र पटवारी इस काम में जुटे हैं। राजस्व विभाग के मात्र 17 पटवारियों को 54 गांवों की 37 हजार हेक्टेयर भूमि की रिपोर्ट तैयार करने में दिन रात जागकर कर काम पूरा करना पड़ रहा है।

रकबा जांच में जुटी टीमें: तहसीलदार

बाढड़ा के तहसीलदार मुकेश कुमार ने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक गिरदावरी कार्य चल रहा था जो अब बढ़कर 31 अक्टूबर तक कर दिया गया है। बाढड़ा क्षेत्र मे असमय बरसात, बीमारी की चपेट में आने से मौजूदा समय में नरमा की फसलें सबसे अधिक प्रभावित बताई जा रही हैं। विभाग के आदेश पर राजस्व व चकबंदी विभाग की टीमें फसलों की निरीक्षण कर जांच में जुटी हैं और उसके आधार पर ही गिरदावरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। 54 गांवों की 37 हजार हेक्टेयर भूमि की रिपोर्ट तैयार करने के लिए 17 पटवारियों को जिम्मेवारी सौंपी गई है। उन्होंने नंबरदारों से इसमें मदद की अपील की।

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