अब ई-लर्निग चैनल पाठ के माध्यम से किया जाएगा विद्यार्थियों को शिक्षित

जागरण संवाददाता भिवानी कोरोना काल के चलते सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को अ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 11:18 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 11:18 AM (IST)
अब ई-लर्निग चैनल पाठ के माध्यम से किया जाएगा विद्यार्थियों को शिक्षित
अब ई-लर्निग चैनल पाठ के माध्यम से किया जाएगा विद्यार्थियों को शिक्षित

जागरण संवाददाता, भिवानी : कोरोना काल के चलते सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को अपना पाठ्यक्रम पूरा करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। भिवानी में शिक्षा विभाग ने बच्चों की निर्बाध रूप से पढ़ाई के लिए ई-लर्निंग चैनल पाठ शुरु किया है। इसके माध्यम से कक्षा नौवीं से 12 वीं तक विद्यार्थियों को उनका पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा ताकि बोर्ड की परीक्षाओं में बेहतर परिणाम आए। उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने पंचायत भवन में समग्र शिक्षा के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में ई-लर्निंग चैनल पाठ का शुभारंभ किया। इस दौरान उपायुक्त ने लैपटॉप के माध्यम से छात्रा भावना से बात भी की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त आर्य ने कहा कि कोरोना संक्रमण महामारी के चलते सभी शिक्षण संस्थान बंद हुए, जिसके चलते आमजन के साथ-साथ सबसे अधिक परेशानी विद्यार्थियों के समक्ष आई। लेकिन ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से राह आसान हुई है।

उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में ऑनलाइन पद्धति को अपनाया जा रहा है। विश्व में 1.2 मिलियन बच्चे ऑन लाइन माध्यम से शिक्षा हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सबसे अच्छा माध्यम है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी शिक्षा अधिकारियों से आह्वान किया कि वे पूरी मेहनत के साथ शिक्षण कार्य करवाएं। बच्चों का भविष्य शिक्षक वर्ग पर ही निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से भिवानी में कोरोना संक्रमण पर लगभग काबू पाया जा चुका है। फिलहाल में भिवानी में कोरोना के महज 30 केस हैं।

सामान्य अस्पताल में लैब भी स्थापित की जा चुकी है, जिससे 24 घंटे में ही टेस्ट की रिपोर्ट आ जाती है। उपायुक्त ने इस दौरान सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को नोट्स की हैंडबुक व पैन ड्राइव भी भेंट किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमजीजीए आयुष सिघल ने कहा कि बच्चों का सर्वांगीण विकास जरूरी है। जिला में शिक्षा का रैंक सुधारने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण ने कहा कि पाठ के अलावा बच्चों को नोट्स भी उपलब्ध करवाए जाएंगे, जो शिक्षकों ने तैयार किए हैं। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के लिए स्कूल के शिक्षकों का भी वाट्सएप ग्रुप बनाया है, जिससे स्कूल के ही टीचर जुड़ सकते हैं। इसके अलावा अभिभावकों को भी जोड़ा जा सकता है। इससे लाइव क्लास लगा सकते हैं। जिनके पोस फोन नही हैं, उनको नोट्स उपलब्ध करवाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि जिला की रैंक अब चौथे स्थान पर आ गई है,जो शिक्षकों की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा कि पहले और चौथे पायदान में सिर्फ दो अंक का ही अंतर है। उन्होंने कहा कि स्कूल में लगने वाली कक्षाओं में बच्चों की 100 फीसद हाजरी होनी चाहिए। कार्यक्रम को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी राम अवतार शर्मा और डीपीसी नरेश महता ने भी संबोधित किया।

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