जयहिंद : सेना को लाल चौक पर आने की चुनौती दी थी, नवीन ने तीन बार फहराया वहा तिरंगा

4841 गावों की तिरंगा यात्रा कर कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने वाले नवीन को सैल्यूट

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Aug 2018 07:54 AM (IST) Updated:Fri, 10 Aug 2018 07:54 AM (IST)
जयहिंद : सेना को लाल चौक पर आने की चुनौती दी थी, नवीन ने तीन बार फहराया वहा तिरंगा
जयहिंद : सेना को लाल चौक पर आने की चुनौती दी थी, नवीन ने तीन बार फहराया वहा तिरंगा

4841 गावों की तिरंगा यात्रा कर कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने वाले नवीन को सैल्यूट

- सेनाध्यक्ष रहे वीके सिंह के गाव बापोड़ा के रहने वाले हैं जयहिंद सुरेश मेहरा, भिवानी

भिवानी के बापोड़ा निवासी नवीन जयहिंद। देश भक्ति और राष्ट्र के नाम पर सब कुछ न्योछावर करने की भावना उनमें कूट-कूट कर भरी हैं। आतंकियों की लाल किले पर तिरंगा न फहराने की धमकी को दरकिनार कर उन्होंने तीन बार कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया। सबसे पहले उन्होंने 15 अगस्त 2016, दूसरी बार 2 अक्टूबर 2016 और तीसरी बार 7 अगस्त 2017 को कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया और आतंकियों को स्पष्ट संदेश दिया कि भारतीय सेना नहीं, आम आदमी भी तुम्हारी धमकियों से खौफजदा नहीं है। पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह के गाव बापोड़ा निवासी नवीन अब धारा 35ए हटवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसके लिए वे प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं।

बात वर्ष 2016 की है। आतंकवादी हाफिज सईद ने चेतावनी दी थी कि तिरंगा फहराना तो दूर भारतीय सेना कश्मीर के लाल चौक पर आकर दिखाए। इस पर नवीन ने कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने की कसम खाई। उन्होंने भिवानी के नेहरू पार्क स्थित शहीद स्मारक से तिरंगा यात्रा शुरू की। 4841 गावों से होकर यह तिरंगा यात्रा निकली। साध्वी ऋतंभरा ने दिल्ली में इस यात्रा का स्वागत किया। इसके बाद यह यात्रा दिल्ली के लिए रवाना हुई ओर आतंकियों के विरोध के बावजूद 15 अगस्त 2016 को कश्मीर के लाल चौक पर भारतीय ध्वज तिरंगा फहराया। शाति के लिए 2 अक्टूबर 2016 को फहराया तिरंगा

इस दौरान कश्मीर में कश्मीरी छात्राओं ने सेना पर पथराव किया था। कश्मीर में बढ़ते उन्माद को लेकर उन्होंने कश्मीर में शाति का संदेश देने के लिए कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया। यह महात्मा गाधी जयंती पर 2 अक्टूबर 2016 को फहराया गया। छात्राओं को भी यह संदेश दिया गया कि शाति से बढ़ कर कुछ नहीं है। कश्मीर भारत का हिस्सा है और रहेगा। हिंदू मुस्लिम एकता को लेकर फहराया तिरंगा

तिरंगा यात्रा में शामिल 13 साल की मुस्लिम लड़की संजीन मैरानी को 2016 में लाल चौक पर जाने से रोक दिया गया था। उनके कहने पर एक बार फिर हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए कश्मीर के लाल चौक पर संजीन के हाथों तिरंगा फहराया गया। उसके लिए यात्रा गुजरात के अहमदाबाद से शुरू की गई। 7 अगस्त 2017 को रक्षा बंधन के दिन यह तिरंगा फहराया गया। देश भर में 1008 शहीदों की प्रतिमा लगवाई

बापोड़ा निवासी नवीन ने जयहिंद मंच के बैनर तले शहीदों और उनके आश्रितों के लिए संघर्ष किया। देशभर में 1008 शहीदों की प्रतिमा लगवाई गई। इनमें 600 प्रतिमाएं हरियाणा में लगाई गई हैं। सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन के लिए भी लगातार उनका संघर्ष किया गया। अब अगला संघर्ष धारा 35 ए हटवाना है लक्ष्य

दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में नवीन जयहिंद ने बताया कि कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा तीन बार फहराया जा चुका है। सैनिकों, उनके परिवारों के लिए संघर्ष वह लगातार करते रहे हैं। उनके बड़े भाई भी सेना में हैं। वह सेना अध्यक्ष वीके सिंह और अन्ना हजारे से प्रभावित रहे हैं। इसलिए उनका संघर्ष भी सैनिकों और उनके परिवारों के अलावा देशभक्ति से जुड़ा ज्यादा रहा है। अब उनका अगला लक्ष्य धारा 35ए को हटवाना है। इसके लिए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जा चुका है। देश भर में इसके लिए संघर्ष करना पड़ा तो वह करेंगे।

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