हेलो जागरण : ऑनलाइन ठगी से बचने को ओटीपी और पासवर्ड किसी से साझा न करें
जागरण संवाददाता भिवानी आपसे कोई ओटीपी और पासवर्ड पूछे तो भूलकर भी उसके साथ यह सा
जागरण संवाददाता, भिवानी :
आपसे कोई ओटीपी और पासवर्ड पूछे तो भूलकर भी उसके साथ यह साझा न करें। आपकी यह छोटी सी गलती आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। वर्तमान में ऑनलाइन ठगी के मामले में बढ़ रहे हैं। इसलिए इन सबको लेकर सावधानी सबसे ज्यादा जरूरी है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सेवानिवृत्त महाप्रबंधक राजेंद्र वर्मा मंगलवार को हेलो जागरण कार्यक्रम के तहत भिवानी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने फोन पर लोगों की बैंकिग संबंधी शिकायतें सुनीं और उनके समाधान बताए।
इस दौरान एमसी कालोनी के शिवशंकर ने पूछा कि बचत खाते से विड्राल फार्म के द्वारा कोई दूसरा रुपये निकाल ले तो उसके लिए जिम्मेदार कौन होता है। इसके जवाब में सेवानिवृत्त महाप्रबंधक ने कहा कि ऐसा नहीं होता। बैंक विड्राल फार्म से खाताधारक को ही रुपये देता है। किसी दूसरे को देता ही नहीं।
भिवानी के ही सुनिल ने पूछा की कई बार एटीएम से रुपये निकालते समय कैश नहीं मिलता और मैसेज आता है कि आपके खाते से रुपये निकल चुके हैं। ऐसी स्थिति में क्या करें। जवाब में राजेंद्र वर्मा ने बताया कि एटीएम से रुपये निकालते समय कई बार मशीन में दिक्कत होने के चलते कैश नहीं निकल पता और खाते से यह रकम डेबिट दिखा दी जाती है। ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं बैंक अगले 24 घंटे में स्वत: ही आपके खाते में वापस रुपये जमा होने का मैसेज आपके पास पहुंच जाता है। 24 घंटे में भी रुपये वापस न आएं तो आप संबंधित बैंक में शिकायत कर सकते हैं। आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
राजीव कालोनी भिवानी निवासी वेदप्रकाश ने पूछा कोई भी लोन लिया जाए तो उस पर ब्याज कब से शुरू होता है। इसके जवाब में उन्होंने बताया कि जिस दिन आपको लोन मिल जाता है उसी दिन से ब्याज शुरू हो जाता है। एक अन्य सवाल के माध्यम से पूछा गया कि किसान क्रेडिट कार्ड में ब्याज का क्या प्रावधान है। इसके जवाब में राजेंद्र वर्मा ने बताया कि तीन लाख रुपये के लोन में सात फीसद ब्याज लगता है। इससे ज्यादा होने पर प्रत्येक बैंक की अलग-अलग ब्याज दर होती है।
शहर के ही अशोक ने पूछा कि शिक्षा लोन कैसे मिल सकता है उसके वापस जमा कराने के लिए क्या प्रावधान हैं। इसके जवाब में बैंक महाप्रबंधक ने बताया कि शिक्षा लोन के लिए सबसे पहले जिस शिक्षण संस्थान में बच्चा पढ़ रहा है उसका एआइसीटीई (ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्नीकल एजूकेशन) से मान्यता प्राप्त होना जरूरी है। इसके बाद अपने जरूरी डाक्यूमेंट जमा कर लोन लिया जा सकता है। लोन वापस जमा कराने के लिए नियम यह है कि वह विद्यार्थी अपनी शिक्षा पूरी करने के एक साल बाद या फिर उसे नौकरी मिलने के छह माह बाद किश्त शुरू होती हैं। यह लोन विद्यार्थी खुद नहीं ले सकता उसे माता-पिता के माध्यम से ही यह लोन मिल सकता है। सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के सेवानिवृत्त महाप्रबंधक राजेंद्र वर्मा इसके अलावा गृह ऋण, मोबाइल पर आने वाले फ्रॉड मैसेज, क्रेडिट कार्ड में आने वाली परेशानियों आदि के बार में भी जानकारी दी।