मानेहरू में पटरी से उतरा इंजन, कई ट्रेनें रहीं बाधित

जागरण संवाददाता, भिवानी : गांव मानेहरू के समीप भिवानी-रेवाड़ी रेल मार्ग पर बुधवार दोपहर करीब साढे़ ती

By Edited By: Publish:Thu, 26 May 2016 01:01 AM (IST) Updated:Thu, 26 May 2016 01:01 AM (IST)
मानेहरू में पटरी से उतरा इंजन, कई ट्रेनें रहीं बाधित

जागरण संवाददाता, भिवानी : गांव मानेहरू के समीप भिवानी-रेवाड़ी रेल मार्ग पर बुधवार दोपहर करीब साढे़ तीन बजे शंटिंग करने के दौरान इंजन ट्रैक से उतर गया। इस कारण मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों का आवागमन प्रभावित रहा। इस कारण यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। इंजीनियर शाखा के मैकेनिक तीन घंटों तक इंजन को पटरी पर लाने का प्रयास करते रहे, लेकिन नीचे उतरे इंजन को वहां से नही हटाया जा सका। हिसार से इंजन को ट्रैक से हटाने के लिए क्रेन मंगवानी पड़ी।

जानकारी के अनुसार भिवानी जंक्शन से महज 12 किलो मीटर की दूरी पर स्थित गांव मानेहरू में भिवानी- रेवाड़ी रेल मार्ग पर शंटिंग करते समय बुधवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गया। इसी दौरान रेवाड़ी से आने वाली श्रीगंगानगर पैसेंजर ट्रेन का समय भिवानी आने का था, लेकिन ट्रैक पटरी से उतरा इंजन फंसा होने के कारण श्रीगंगानगर पैसेंजर ट्रेन को बीच में रोकना पड़ा। ट्रेन बीच में ही करीब तीन घंटे खड़ी रहने के कारण यात्रियों के लिए मुसीबत बनी रही।

हिसार से बाया भिवानी जयपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को भी भिवानी ही रोकना पड़ा। श्रीगंगानगर व जयपुर पैसेंजर ट्रेन करीब 4 घंटे तक देरी पर रही।

हिसार से मंगवाई क्रेन

रेलवे इंजीनिय¨रग शाखा हिसार से रेलवे अधिकारियों ने क्रेन को बुलाया। करीब 6 बजे हिसार से क्रेन मानेहरू रेलवे ट्रैक पर पहुंची। करीब साढ़े सात बजे इंजन को ट्रैक से हटा पाने में रेलवे अधिकारियों को सफलता मिली।

जयपुर व श्रीगंगानगर पैसेंजर ट्रेन के यात्री हुए परेशान

श्रीगंगानगर पैसेंजर ट्रेन मानेहरू के पास चार घंटे तक खड़ी रही। वहां यात्री बुरी तरह से परेशान रहे। ट्रेन रुकने वाले स्थान पर पानी तक न होने के कारण यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। भिवानी या फिर आस-पास में ही जाने वाले यात्री वहां से पैदल ही रवाना हो गए, जबकि लंबी दूरी हिसार, गंगा नगर जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। इसी तरह जयपुर पैसेंजर ट्रेन भी करीब चार घंटे तक भिवानी स्टेशन पर खड़ी रही। यात्रियों को ट्रेन चलने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।

रेलवे को लाखों का नुकसान

ट्रेन चलने या फिर आने के बारे में रेलवे अधिकारी यात्रियों को कोई जवाब नही दे पाए। पूछताछ केंद्र पर लोगों की लंबी कतार लगी रही। हार थककर सैकड़ों यात्रियों ने अपनी टिकटें वापस लौटा दी।

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