संदिग्ध अवस्था में रेलवे लाइन पर बैठा परिवार

फोटो : 27 बीडब्ल्यूएन 8 संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा : कस्बे के रेलवे स्टेशन के नजदीक मंगलवार रात

By Edited By: Publish:Wed, 27 May 2015 08:06 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2015 08:06 PM (IST)
संदिग्ध अवस्था में रेलवे लाइन पर बैठा परिवार

फोटो : 27 बीडब्ल्यूएन 8

संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा :

कस्बे के रेलवे स्टेशन के नजदीक मंगलवार रात को रेलवे लाइन पर एक महिला व उसके दो बेटे संदिग्ध अवस्था में बैठे पाए गए। समय रहते ही किसी ने स्टेशन मास्टर को इस बारे में सूचना दी। सूचना पाकर स्टेशन मास्टर अन्य कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच गए और उन सभी को समझा बुझा कर लाइन से उठाया, नहीं तो यहां पर कोई न कोई बड़ा हादसा हो सकता था क्योंकि कुछ मिनटों के बाद ही इस लाइन पर मालगाड़ी गुजरनी थी और रेवाड़ी-हिसार पैसेंजर की भी पा¨सग होनी थी। इस लाइन पर महिला अपने बच्चों को साथ लेकर बैठी थी। उस लाइन से कुछ दूरी पर ही मालगाड़ी आने की आहट शुरू हो गई थी। लेकिन रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों की सूझबूझ के चलते उन्हें समय रहते ही पटरी से उठा लिया गया। इससे यहां पर बड़ा हादसा होते-होते टल गया। आशंका जाहिर की जा रही है कि कहीं महिला आत्महत्या के मकसद से तो अपने बेटों के साथ रेलवे लाइन पर रात के वक्त बैठ गई थी। लेकिन इस बारे में स्थिति कुछ स्पष्ट नहीं हो पाई और महिला ने कुछ भी ठीक ढंग से रेलवे कर्मचारियों के समक्ष नहीं कहा और अपनी गलती पर रेलवे अधिकारी से माफी मांगी तभी जाकर स्टेशन मास्टर ने महिला व उसके दोनों बेटों को परिजनों के हवाले कर दिया और आगे से ऐसे करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाए जाने की भी चेतावनी दी। बाद में रेलवे स्टेशन पर उसके परिजन पहुंचने पर महिला अपने बेटों के साथ वहां से निकल गई। महिला ने अपने आप को गांव नाथूवास की रहने वाली बताया। स्टेशन मास्टर गो¨वद प्रसाद ने बताया कि मंगलवार रात करीब 8:20 बजे पर उन्हें सूचना मिली कि स्टेशन के नजदीक लाइन पर एक महिला दो लड़कों के साथ बैठी हुई है। कुछ मिनटों के बाद ही यहां से मालगाड़ी व रेवाड़ी-हिसार पैसेंजर गाड़ी को गुजरना था। इसी के चलते वे तुरंत अन्य कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे और वहां से महिला व उसके बेटों को उठाकर अपने कार्यालय ले आए और उन्हें इस बारे में पूछताछ की। लेकिन वह इस बारे में पूरी तरह से स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाई। उन्होंने बताया कि जिस लाइन पर महिला अपने बेटों के साथ बैठी थी। उस लाइन पर कुछ क्षणों के बाद ही मालगाड़ी गुजरनी थी और मालगाड़ी के आने की आहट भी शुरू हो गई थी। अगर मामूली सी देरी हो जाती तो यहां पर बड़ा हादसा भी हो सकता था। बाद में महिला को आगे से ऐसी गलती न दोहराने की चेतावनी के बाद परिजनों के हवाले कर दिया। स्टेशन मास्टर ने बताया कि महिला अपने आप को गांव नाथूवास की रहने वाली बता रही थी। वहीं स्टेशन मास्टर गो¨वद प्रसाद व अन्य कर्मचारियों ने संजीदगी दिखाकर तुरंत कार्यवाही अमल में लात ेहुए तीन ¨जदगियों को बचा लिया।

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राजेश कादियान

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