प्रदेश के 1 लाख 77 हजार 914 छात्र नहीं हो सके पास

जागरण संवाददाता, भिवानी : प्रदेश के 1 लाख 77 हजार 914 छात्रों को फेल व कंपार्टमेंट आने से

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 May 2018 01:57 AM (IST) Updated:Tue, 22 May 2018 01:57 AM (IST)
प्रदेश के 1 लाख 77 हजार 914 छात्र नहीं हो सके पास
प्रदेश के 1 लाख 77 हजार 914 छात्र नहीं हो सके पास

जागरण संवाददाता, भिवानी :

प्रदेश के 1 लाख 77 हजार 914 छात्रों को फेल व कंपार्टमेंट आने से एक बार फिर साबित हो गया है कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। दसवीं कक्षा के बोर्ड परिणामों में निजी स्कूलों ने सरकारी स्कूलों को पटकनी देकर शिक्षा विभाग व मंत्री दोनों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह बात हम नहीं बल्कि खुद शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा मान रहे हैं। अब शिक्षा मंत्री ने ऐलान किया है कि कमजोर रिजल्ट वाले ब्लॉकों में छुट्टियों के दौरान रेमेडियल को¨चग दी जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया है कि मुख्यमंत्री से बात कर व्यवस्था बना रहे हैं कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को स्कूल प्रांगण से बाहर न भेजा जाए। पढ़ाने में नई तकनीक का प्रशिक्षण भी देने के सार्थक प्रयास सरकार करेगी। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा व बोर्ड अध्यक्ष डा. जगबीर ¨सह ने बताया कि दसवीं कक्षा की शैक्षिक परीक्षा में 3 लाख 64 हजार 800 परीक्षार्थी बैठे थे। इन में से 1लाख 86 हजार 586 पास हुए एवं 15 हजार 526 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है तथा 1लाख 62 हजार 688 परीक्षार्थी फेल हो गए हैं। इस परीक्षा में 1लाख 97 हजार 873 लड़के बैठे थे। इनमें से 94हजार 202 पास हुए तथा 1लाख 66 हजार 927 लड़कियों में से 92 हजार 384 पास हुई।

डॉ. ¨सह ने आगे बताया कि इस परीक्षा में राजकीय विद्यालयों की पास प्रतिशतता 44.38 रही तथा प्राईवेट विद्यालयों की पास प्रतिशतता 59.87 रही है। इस परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 51.72 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 49.65 रही है।

उन्होंने बताया कि दसवीं की परीक्षा के स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 66. 72 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में 11हजार 864 परीक्षार्थी बैठे, जिनमें से 7 हजार 916 पास हुए।

डा. ¨सह ने बताया कि इंटरनेट व हेल्पलाइन तथा मोबाइल एप इत्यादि की सुविधा परीक्षार्थियों को परीक्षाफल तुरंत उपलब्ध करवाने के लिए दी जा रही है, इसमें किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी, त्रुटि के लिए बोर्ड कार्यालय जिम्मेवार नहीं होगा। उन्होंने बताया कि स्वयंपाठी परीक्षार्थियों के साथ-साथ विद्यालयी परीक्षार्थियों का परिणाम अनुक्रमांक के आधार पर लिया जा सकता है। विद्यालयों द्वारा अपने परीक्षार्थियों का परिणाम यूजर आइडी व पासवर्ड द्वारा लॉगिन करते हुए डाउनलोड भी किया जा सकता है।

अध्यक्ष ने आगे बताया कि इन परीक्षा परिणामों के आधार पर जो परीक्षार्थी अपनी उत्तरपुस्तिकाओं की पुन: जांच अथवा पुनर्मूल्यांकन करवाना चाहते हैं तो वे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पुन: जांच,पुनर्मूल्यांकन निर्धारित शुल्क सहित परिणाम घोषित होने की तिथि से 20 दिन तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा के परिणाम के आधार पर आगामी पूरक परीक्षा जुलाई 2018 के लिए स्वयंपाठी छात्रों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए 700 रुपये सामान्य शुल्क के साथ पंजीकरण की अंतिम तिथि 25 मई से 13 जून निर्धारित की गई है। उन्होंने आगे बताया कि विलम्ब शुल्क 100 रुपये के साथ पंजीकरण तिथि 14 जून से 18 जून रहेगी। इसी प्रकार 300 रुपये विलम्ब शुल्क सहित पंजीकरण तिथियां 19 जून, से 23 जून तथा 1000 रुपये विलम्ब शुल्क सहित पंजीकरण तिथियां 24 जून से 30 जून निर्धारित की गई हैं।

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