ठंड से बचने को लगाए स्टैंडी हीटर, सीसीटीवी से निगरानी कर रहे किसान

आंदोलन के बीच हर रोज नए-नए रंग देखने को मिल रहे हैं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 06:30 AM (IST)
ठंड से बचने को लगाए स्टैंडी हीटर, सीसीटीवी से निगरानी कर रहे किसान
ठंड से बचने को लगाए स्टैंडी हीटर, सीसीटीवी से निगरानी कर रहे किसान

आंदोलन के बीच हर रोज नए-नए रंग देखने को मिल रहे हैं फोटो-11,12,16, 17 व 19: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन के बीच हर रोज नए-नए रंग देखने को मिल रहे हैं। कहीं पर किसान कड़ाके की ठंड से बचने के लिए अलाव जलाकर उसके आसपास बैठे दिखाई देते हैं तो अब किसानों के लिए शेल्टर होम में स्टैंडी रूम हीटर भी लगवा दिए गए हैं। खालसा एड की ओर से बनाए गए शेल्टर होम में काफी संख्या में जरूरत अनुसार स्टैंडी रूम हीटर लगाए गए हैं। इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टि से किसान सीसीटीवी से भी निगरानी किए हुए हैं। किसानों के कई पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। किसानों की ओर से सीसीटीवी लगाकर एलइडी पर इसकी निगरानी के लिए दो-तीन किसान भी छोड़े गए हैं। ताकि कोई भी अप्रिय घटना हो या कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तो उसे तुरंत पुलिस के हवाले किया जा सके। किसानों का कहना है कि वे पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन चला रहे हैं। इसमें किसी तरह की कोई घटना नहीं होने दी जाएगी और इस आंदोलन को हिसक नहीं होने दिया जाएगा। वे शांतिपूर्वक अपनी मांगों को पूरा करवाने की चाह रखते हैं। ऐसे में अपनी पूरी सुविधाओं से लैस होकर यहां आए हैं। उधर, प्रशासन भी लगातार सीसीटीवी से पूरे आंदोलन की निगरानी किए हुए हैं। किसानों के लिए बनाए गए अब स्थायी शौचालय:

खालसा एड संगठन हर रोज आंदोलनरत किसानों के लिए नई-नई सुविधाएं देने का प्रयास कर रहा है। किसानों की ओर से शॉपिग माल, लाइब्रेरी व किसानों की थकान दूर करने के लिए मसाज मशीनें लगाई गई हैं। किसानों को ठंड से बचाने के लिए शेल्टर होम भी बनाया गया है। करीब 800 से ज्यादा लोगों के ठहरने की सुविधा है। इसमें 500 पुरुष और 300 महिलाओं के ठहरने की सुविधा दी गई है। अब यहां पर इन लोगों के लिए स्थायी शौचालय भी बनवा दिए गए हैं। खालसा एड के टीकरी बॉर्डर प्रभारी गुरचरण सिंह ने बताया कि करीब 30 शौचालय पुरुषों के लिए तो इतने ही शौचालय महिलाओं के लिए शेल्टर होम के पीछे स्थायी तौर पर बना दिए गए हैं। खालसा एड की ओर से किसानों के कपड़े धोने के लिए वाशिग मशीनें लगाई गई हैं। इन मशीनों पर महिलाएं काम करती हैं और किसानों के कपड़े धोकर सुखाने के बाद उन्हें किसानों को दे देती हैं।

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