पूर्वांचल वासियों की ट्रेनों से नहीं हो पाई वापसी, बस और दूसरे वाहनों से घर लौटे

छठ पर्व मनाने के लिए पूर्वांचल वासियों ने तैयारियां की शुरू

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Nov 2020 08:05 AM (IST) Updated:Wed, 18 Nov 2020 08:05 AM (IST)
पूर्वांचल वासियों की ट्रेनों से नहीं हो पाई वापसी, बस और दूसरे वाहनों से घर लौटे
पूर्वांचल वासियों की ट्रेनों से नहीं हो पाई वापसी, बस और दूसरे वाहनों से घर लौटे

फोटो-3, 4 व 5: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

छठ पर्व मनाने के लिए पूर्वांचल वासियों को इस बार ट्रेनों का सहारा नहीं मिला। न तो इस बार आम दिनों जितनी ट्रेनें हैं। जो चल रही हैं, उनमें केवल आरक्षित टिकट पर ही सफर हो रहा है। उसमें भी वेटिग नहीं है। ऐसे में कंफर्म टिकट पर सफर बहुत कम लोगों को नसीब हुआ। जिनका घर लौटना जरूरी था, वे बसों या फिर दूसरे वाहनों का इंतजाम करके घर की ओर निकले। कोरोना काल के बीच बाकी सेवाएं तो लगभग सुचारु हो गई हैं, मगर ट्रेनें अभी प्रभावित हैं। पैसेंजर ट्रेनें तो अभी शुरू ही नहीं हुई हैं। एक्सप्रेस ट्रेनें भी चुनिदा ही चल रही हैं। रेलवे की ओर से अक्टूबर के आखिरी सप्ताह से फेस्टिवल सीजन के लिए दो और ट्रेनें दिल्ली-रोहतक मार्ग पर शुरू करने की प्लानिग की गई थी, मगर किसान आंदोलन के चलते ये दो ट्रेन चल ही नहीं पाई। फिलहाल इस मार्ग पर केवल तीन एक्सप्रेस ट्रेनें ही चल रही हैं। इनमें एक गोरखधाम एक्सप्रेस है। दूसरी अवध आसाम एक्सप्रेस और तीसरी कालिदी एक्सप्रेस इस मार्ग पर चल रही है। मंगलवार को बस से लौटे पूर्वांचलवासी : ट्रेनों से वापसी संभव न होने के कारण मंगलवार को बहादुरगढ़ से काफी संख्या में बसों के द्वारा घर की ओर रवाना होते नजर आए। इससे बसों में भी भीड़ दिखी। बिहार के बेगुसराय, मोतिहारी समेत कई जिलों के लोग छठ मनाने के लिए निकले। इन्होंने बताया कि हर बार ही वे यहां से छठ मनाने के लिए जाते हैं। इस बार कोरोना के कारण ट्रेनें बंद हैं। चुनिदा ही ट्रेन चल रही है। उनमें सामान्य टिकट पर सफर नहीं हा रहा। केवल आरक्षित टिकट पर ही सफर हो रहा है। उसमें भी सीट नहीं मिली। पहले से ही सीटें फुल थी।

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