थर्मल स्कैनिग करने के बाद हेयर सैलून में दिया जा रहा प्रवेश

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हेयर सैलून पर काफी सावधानियां बरती जाने लगी हैं। कई स्थानों पर थर्मल स्कैनिग के बाद ही सैलून में लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2020 10:00 AM (IST) Updated:Fri, 19 Jun 2020 10:00 AM (IST)
थर्मल स्कैनिग करने के बाद हेयर सैलून में दिया जा रहा प्रवेश
थर्मल स्कैनिग करने के बाद हेयर सैलून में दिया जा रहा प्रवेश

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हेयर सैलून पर काफी सावधानियां बरती जाने लगी हैं। कई स्थानों पर थर्मल स्कैनिग के बाद ही सैलून में लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है।

लाइनपार के जौहरी नगर में एक हेयर सैलून पर कटिग व शेविग करवाने के लिए आने वाले लोगों की दुकान के अंदर तब तक एंट्री नहीं की जा रही तब तक उसकी थर्मल स्कैनिग नहीं की जाती। दुकान के अंदर भीड़भाड़ न हो इसको लेकर विशेष ध्यान भी दिया जा रहा है। शारीरिक दूरी के लिए निर्धारित दूरी पर कुर्सी लगाई हुई है। साथ में दुकान के बाहर बेंच रखकर व शटर के दोनों तरफ रस्सी बांधकर सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। संक्रमण से बचने के लिए हर एहतियातन कदम भी दुकानदार उठा रहे हैं। रोजी-रोटी प्रभावित न हो और स्वास्थ्य भी ठीक बना रहे, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से न केवल मुंह पर मास्क, हाथ में ग्लव्स, चेहरे पर फेस शील्ड लगाकार काम किया जा रहा है। सैलून संचालकों के लिए ये थे निर्देश

दरअसल प्रदेश सरकार ने कुछ दिनों पहले ही सैलून संचालकों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिग प्रोसिजर(एसओपी) में कुछ नियमों को लागू किया था। सैलून संचालकों को निर्देश दिए गए थे कि वे हर ग्राहक के लिए डिस्पोजल तौलिये का प्रयोग करें। ऐसा संभव न हो तो ग्राहक खुद अपना तौलिया लेकर जाए। हेयर कटिग व शेविग के लिए इस तौलिये का प्रयोग किया जाएगा। हर ग्राहक का पूरा पता व मोबाइल नंबर अपने रजिस्टर में दर्ज करना होगा। हेयर कटिग व शेविग के समय स्टाफ को आंखों पर सामान्य चश्मों का प्रयोग करना होगा। फेस शील्ड के साथ ट्रिपर लेयर मास्क का प्रयोग भी किया जा सकता है। सैलून स्टाफ को किसी व्यक्ति के घर विजिट नहीं करने की हिदायत दी गई है। 65 साल व इससे अधिक उम्र के लोग, गर्भवती महिलाएं व हाई रिस्क जोन में शामिल लोगों को सैलून में जाने से पहले बुकिग करानी होगी और सामान्य लोगों से हटकर एक विशेष समय इन लोगों को सैलून संचालकों की ओर से अपनी सेवाएं देनी होंगी। वर्जन...

सैलून संचालकों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिग प्रोसिजर जारी किया गया है। अगर कोई नियमों का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- मुकेश कुमार, सचिव, नगर परिषद, बहादुरगढ़।

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