तारों में हुए शार्ट सर्किट से आंदोलकारियों के तंबू में लगी आग, बुझाते समय एक झुलसा, मची भगदड़

टीकरी बार्डर के नजदीक बहादुरगढ़ के सेक्टर-नौ मोड़ पर मंगलवार दोपहर आंदोलनकारियों के दो तंबुओं में आग लग गई। इससे सामान जलकर राख हो गया। आग बुझाते समय एक आंदोलनकारी मामूली रूप से झुलस गया। बाद में दमकल दस्ते ने पहुंचकर आग पर काबू किया। तंबुओं के ऊपर तारों में शार्ट सर्किट के कारण आग लगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 07:00 AM (IST)
तारों में हुए शार्ट सर्किट से आंदोलकारियों के तंबू में लगी आग, बुझाते समय एक झुलसा, मची भगदड़
तारों में हुए शार्ट सर्किट से आंदोलकारियों के तंबू में लगी आग, बुझाते समय एक झुलसा, मची भगदड़

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ (झज्जर): टीकरी बार्डर के नजदीक बहादुरगढ़ के सेक्टर-नौ मोड़ पर मंगलवार दोपहर आंदोलनकारियों के दो तंबुओं में आग लग गई। इससे सामान जलकर राख हो गया। आग बुझाते समय एक आंदोलनकारी मामूली रूप से झुलस गया। बाद में दमकल दस्ते ने पहुंचकर आग पर काबू किया। तंबुओं के ऊपर तारों में शार्ट सर्किट के कारण आग लगी।

उधर, घटना के दौरान आंदोलन स्थल पर भगदड़ मच गई। सभा स्थल से भी आंदोलनकारी सेक्टर-नौ मोड़ की तरफ दौड़ पड़े। तंबुओं में बिजली सप्लाई के लिए आंदोलनकारियों ने इधर-उधर से कनेक्शन जोड़ रखे हैं। इसी तरह के तार तंबुओं के ऊपर से गुजर रहे हैं। मंगलवार दोपहर शार्ट सर्किट के बाद एक तार पिघल गया और तंबू के ऊपर आ गिरा। प्लास्टिक का तिरपाल और बांस की टाटी होने के कारण उसने आग पकड़ ली। इससे तंबू धूं-धूंकर जलने लगा। यह देख वहां अफरा-तरफ मच गई। उस वक्त तंबुओं में इक्का-दुक्का किसान थे। बाकी में से कुछ सभा में गए थे और बाकी दूध लाने। आसपास मौजूद आंदोलनकारियों ने आग बुझाने का प्रयास किया। वहां रखा ईंधन दूर हटाया। इसी बीच सभा स्थल पर मंच से माइक में यह बोल दिया गया कि तंबुओं में किसी ने आग लगा दी है। इससे वहां से आंदोलनकारी सेक्टर-नौ मोड़ की तरफ दौड़े। यहां पर तब तक दमकल दस्ते ने पहुंचकर आग पर काबू पा लिया था। पुलिस के भी हाथ-पांव फूले :

जब आंदोलन स्थल पर तंबुओं में आग लगाए जाने की बात कही गई तो वह सूचना अगले ही पल पुलिस तक भी जा पहुंची। ऐसे में एक तरफ से शहर थाना प्रभारी और दूसरी तरफ से औद्योगिक क्षेत्र चौकी प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पहले ट्रैफिक को डाइवर्ट किया। आग बुझने के बाद आंदोलनकारियों के जान में जान आई। वहीं पुलिस को भी तब चैन मिला, जब यह पता लगा कि किसी ने आग नहीं लगाई है। इस घटना में दो तंबुओं में सामान जल गया। अन्य तंबुओं तक आग फैलने से पहले ही बुझा दी गई। पास में ही ट्रैक्टर भी खड़ा था। यदि उस तक आग पहुंचती तो नुकसान कहीं ज्यादा होता।

गनीमत यह भी रही कि उस वक्त तंबृ के अंदर कोई किसान नही था। आग बुझाने की कोशिश में पंजाब का किसान सुखमेंद्र का एक हाथ व पांव मामूली रूप से झुलस गया। हालांकि उसे अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़ी। शहर थाना प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि घटना संयोग से हुई।

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