अस्पताल में दो गज की दूरी के टूट रहे नियम

नागरिक अस्पताल छावनी में सोमवार को इलाज करने पहुंचे मरीजों को डाक्टर से परामर्श और जांच के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ा। एक दिन के साप्ताहिक अवकाश के बाद अस्पताल में मरीजों की भीड़ रही।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 08:00 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 08:00 AM (IST)
अस्पताल में दो गज की दूरी के टूट रहे नियम
अस्पताल में दो गज की दूरी के टूट रहे नियम

जागरण संवाददाता, अंबाला : नागरिक अस्पताल छावनी में सोमवार को इलाज करने पहुंचे मरीजों को डाक्टर से परामर्श और जांच के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ा। एक दिन के साप्ताहिक अवकाश के बाद अस्पताल में मरीजों की भीड़ रही। कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन मास्क से लोग अब परहेज कर रहे हैं। दो गज की दूरी तक के नियम का पालन नहीं हो रहा। ओपीडी में डाक्टर को मरीज दिखाने से लेकर दवा हासिल करने तक तरह तरह की परेशानियों से रूबरू होना पड़ता है। यहां अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों की बढ़ती संख्या और डाक्टर के रूम से नदारद रहने का खामियाजा मरीज और तीमारदारों को उठाना पड़ता है।

एक दिन की छुट्टी के बाद सोमवार को सुबह साढ़े नौ बजे से मरीजों की पर्चियां बननी शुरू हो गई। सायं तक अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों की संख्या 1360 तक पहुंच गई। ग्राउंड फ्लोर से लेकर दूसरी मंजिल तक सभी चिकित्सकों के रूम के बाहर मरीजों की भीड़ दोपहर एक बजे तक लगी रही। सुबह दस बजे पहुंचे मरीज को डाक्टर तक दिखाने में डेढ़ से दो घंटे का समय लगा।

------------- व्यवस्था में सुधार होनी चाहिए

यहां तो अगर कोई गंभीर मरीज आ जाए तो उसका नंबर आने तक दर्द से कराहना पड़ेगा। इस व्यवस्था में सुधार किए जाने की आवश्यकता है। सुबह दस बजते बजते अस्पताल पहुंच गया। सबसे पहले पर्ची बनवाई और सीधे डाक्टर के पास पहुंचा। तब तक 50 से अधिक पर्चियां पहले से जमा थी। करीब दो घंटे हो चुके हैं अब आधे घंटे में मेरा नंबर आने की संभावना जताई जा रही है।

सुखविदर कौर, राम किशन कालोनी छावनी।

------------- मरीजों को मिलती है आधी दवाएं

इलाज कराने के लिए पूर्व निर्धारित सभी कार्यक्रम रद करके अस्पताल पहुंचा था। डाक्टर को दिखाने के बाद जब पर्ची लेकर काउंटर पर दवा लेने पहुंचा तो वहां पर आधी दवाई दे दी गई। जब दोबारा डाक्टर के पास गया तो वहां से कहा गया कि ये दवाएं अस्पताल में नहीं हैं। आप अगर खरीद सकते हो तो बाहर से ले लो।

रोहताश, डिफेंस कालोनी।

-------------- मरीज अधिक, बैठने की जगह नहीं

अस्पताल में पर्ची बनवाने के बाद जमीन पर अपने बच्चे के साथ बैठ कर नंबर आने का इंतजार कर रही हूं। यहां तो जब भी दवा के लिए आओ तब ही कभी डाक्टर नहीं तो कभी पर्ची न बनने की समस्या देखने को मिलती है। अस्पताल मरीज और तीमारदारों से भरा पड़ा है, बैठने की जगह कम पड़ने लगी है।

कमला देवी, रामबाग रोड छावनी।

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