कूड़े से अटे पड़े नाले मानसून में बनेंगे आफत
मानसून को लेकर नालों की सफाई को लेकर नगर परिषद की फिलहाल कोई तैयारियां नहीं दिखाई
मानसून को लेकर नालों की सफाई को लेकर नगर परिषद की फिलहाल कोई तैयारियां नहीं दिखाई दे रही है। नाले कूड़े से अटे पड़े हुए हैं। जिसकी वजह से पानी की निकासी भी नहीं हो पा रही है। गुड़गुडिया, महेश नगर समेत तीन बड़े नालों का बुरा हाल है। कूड़े से अटे नालों की वजह से दुर्गंध घरों में पहुंच रही है। घरों में लोगों का जीना भी दुभर हो गया है। लोगों ने नगर परिषद से नालों की सफाई को लेकर शिकायत भी की। इसके बावजूद भी नालों की सफाई अभी तक शुरू नहीं हो पाई। अगर यही हालात रहे तो बरसात में नाले मुसीबत बन जाएंगे। नालों का पानी गली-मुहल्लों में भर जाएगा। इस बड़ी समस्याओं को लेकर नगर परिषद के अधिकारी बिल्कुल भी चितित नहीं दिखाई दे रहे हैं। जबकि अब से पहले नालों को साफ किया जाना बेहद जरूरी था।
निचले इलाके हो जाएंगे जलमग्न
मानसून आने पर नालों का पानी निचले इलाके में जमा होने लगेगा। क्योंकि नालों में पानी की निकासी रूकी हुई है। जिसके कारण पानी का स्तर काफी बढ़ गया है। यही स्थिति रही तो मानसून आने पर पानी सड़कों पर आ जाएगा। जिसके वजह से लोगों का घरों से निकलना दुश्वार होगा। वहीं निचले इलाकों का बुरा हाल देखने को मिलेगा।
छोटे नालों में हो गई घास
बड़े नालों के साथ-साथ छोटे नालों का भी बुरा हाल है। इन नालों की काफी समय से सफाई तक नहीं हुई। अब इन नालों में बड़ी-बड़ी घास होने लगी है। वहीं नाले कूड़े-कचरे से लबालब है। इन नालों को लेकर भी रामबाग रोड, महेशनगर, कच्चा बाजार, सदर बाजार, इंद्रा चौक, फुटबॉल चौक आदि स्थानों पर रहने वाले लोग काफी परेशान है। नालों की सफाई को लेकर प्रशासन को पत्र भी लिखे। लेकिन स्थिति सुधरने को तैयार नहीं है।
नालों की सफाई शुरू कराई जा रही है। लेकिन अभी नालों की सफाई में समय लगेगा। हमारी टीम काम कर रही है। पहले बड़े नालों को साफ किया जाना है। उसके बाद छोटे नालों को साफ
किया जाएगा।
- राजेश कुमार, सचिव नगर परिषद, अंबाला छावनी